यूपी के गोंडा जिले में डाक्टर मनोज कुमार सिन्हा ने सात साल के छोटे बच्चे के पित्त की थैली में पथरी को दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर पित्त की थैली सहित सफलता पूर्वक बाहर निकाल कर हर किसी को चौंका दिया। बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ है. वहीं बच्चे के पिता ने डॉक्टर को धन्यवाद देते हुए कहा कि भगवान के रूप में डॉक्टर साहब ने मेरे बच्चे को बचा लिया।
गोंडा में किरन हॉस्पिटल में अपने पिता के साथ सात साल का ये वो मासूम मुकेश है जो बलरामपुर जिले के एक गाँव का रहने वाला है. उसके पित्त की थैली में पथरी की वजह से बहुत दर्द रहता था. जानकारी मिलने पर उसके पिता ने किरन हॉस्पिटल के डॉक्टर मनोज सिन्हा से सम्पर्क किया। डॉक्टर ने बिना देरी किये सारे जांच के बाद बच्चे का दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर पित्त की थैली में पथरी को पित्त की थैली सहित बाहर निकालकर हर किसी को चौंका दिया।जिसकी हर कोई प्रशंसा कर रहा है.
डाक्टर मनोज सिन्हा ने बताया कि ये काफी क्रिटिकल केस था. बच्चा छोटा था उसकी उम्र को देखते हुए पूरी प्लानिंग कर डिफरेंट औजार के साथ ऑपरेशन की तैयारी की और सावधानी के साथ 15 से 20 मिनट में दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर पित्त की थैली को बाहर निकाल दिया। बच्चा 12 घण्टे के बाद खाने पीने लगा और तीन दिन बाद डिस्चार्ज हो कर घर चला गया. डाक्टर ने ये भी बताया कि इस तरह के केस छोटे बच्चों में हजार में एक या दो को होते हैं. मेरे मेडिकल कैरियर में इतने छोटे बच्चे का इस तरह का पहला ऑपरेशन था.
वहीं बच्चे के पिता राजेंद्र ने बताया कि मेरे बेटे के पित्त की थैली में पथरी थी. जिसकी वजह से बच्चा बहुत तकलीफ में था. डॉक्टर मनोज सिन्हा ने ऑपरेशन कर मेरे बच्चे को ठीक कर दिया है बच्चा अब पूरी तरह से स्वस्थ है. पिता ने डॉक्टर को धन्यवाद देते हुए कहा कि भगवान के रूप में डॉक्टर साहब ने मेरे बच्चे को बचा लिया।