गोरखपुर/महा योगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौक माफी पीपीगंज में खरीफ की फसल में अरहर उत्पादन तकनीक पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 40 किसानों के लिए संपन्न किया गया।प्रशिक्षण में डॉ अवनीश कुमार सिंह ने अरहर फसल उत्पादन पर किसानों को नई नई तकनीकियों के बारे में जानकारी दी. अवनीश कुमार ने अरहर की उच्चतम उत्पादन पाने के लिए अरहर लगाने की वैज्ञानिक पद्धति के बारे में बताया कि किसानों को अरहर से जुड़ी समस्याओं के बारे में जैसे अरहर में उकठा रोग, कीट नियंत्रण, खाद, बीज, बुवाई, खरपतवार नियंत्रण तकनीकी एवं अरहर के साथ मूंगफली उर्द मूंग तिल मक्का एवं बाजरा कि सहफसली खेती के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ विवेक प्रताप सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान किसानों को वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों जैसे गलाघोटू, खुर पका एवं मुंह पका, अफरा, थनैला रोग एवं पशुओं में होने वाली अन्य समस्याएं जैसे समय से गर्मी में ना आना, ब्याने के बाद गर्मी में ना आना पशुओं में लिवर-फ्लूक या छेरा बीमारी पशुओं में अंतः एवं वाह्य परजीवीयों की समस्या पशु के लिए आहार प्रबंधन आदि बातों की जानकारी दिया।
केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर आर पी सिंह ने फसलों में रोग नियंत्रण कीटों द्वारा कैसे और किस अवस्था पर कैसे फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं और उनके नियंत्रण के लिए कौन कौन से उपाय किया जाए साथ ही साथ खरपतवार की समस्याओं फसलों में उर्वरक का प्रयोग कब और कैसे किया जाए के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतापपुर हरपुर बढया चौक रानाडीह मडहा राखूखोर सिघोंरवा टेढावीर बैजनाथपुर से आए किसानों को प्रशिक्षण के दौरान अरहर के नरेंद्र अरहर-2 के बीच का वितरण किया गया।