
स्वास्थ्य मंत्री ने बुलाई समीक्षा बैठक
चीन में बढ़ते कोविड केसेस (Rising Covid cases in China) को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने बुधवार को कोविड महामारी के ताजा हालात की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और अमेरिका जैसे देशों में कोविड के मामले बढ़ने से पैदा हालात की समीक्षा की बात कही गई है। इस बैठक में स्वास्थ्य और आयुष मंत्रालयों के सचिवों के अलावा नीति आयोग के मेंबर हेल्थ वी के पॉल और ICMR के डायरेक्टर राजीव बहल समेत कई अहम अधिकारीऔर एक्सपर्ट्स शामिल हुए। चीन में अचानक कोरोना के तेजी से बढ़ते मामले दुनियाभर में एक बार फिर चिंता का विषय बन गए हैं। चीन पर आंकड़ें छुपाने के आरोप भी लग रहे हैं। इस बीच भारत सरकार भी चीन में बने हालात को देखते हुए सतर्क हो गई है।
बैठक के बाद मंडाविया ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है। सभी संबंधित पक्षों को इसे लेकर सतर्क व सावधान रहना है। बैठक के बाद मंडाविया ने ट्वीट कर कहा, ‘कुछ देशों में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए हमने विशेषज्ञों व अधिकारियों के साथ देश में हालात की समीक्षा की। कोविड अभी गया नहीं है। सभी संबंधित पक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे सतर्क रहें और निगरानी को मजबूत करें। हम किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं।’
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना टीकों की तीसरी खुराक यानी booster dose कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक है। डॉ. वीके पॉल ने बताया कि देश के सिर्फ 27-28 फीसदी लोगों ने अभी कोरोना टीकों की तीसरी खुराक (booster dose) लगवाई है। हम अन्य सभी से, खासकर बुजुर्गों से अपील करते हैं कि वे booster dose लें। यह खुराक अनिवार्य है और इसे सभी को लेना चाहिए। भीड़भाड़ वाली जगह मास्क पहने की सलाह भी दी गई है।
मंगलवार 20 दिसंबर को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि कोरोना के दर्ज हो रहे नए मामलों के सैंपल INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) प्रयोगशाला भेजा जाएं, जिससे ये पता चल सके कि कोरोना का कोई नया वेरिएंट तो नहीं है। वहीं अगर नया वेरिएंट सामने आता है तो उसे ट्रैक किया जा सके।
केंद्र सरकार के आदेश के बाद दिल्ली सरकार के लोकनायक और आईएलबीएस अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पाजिटिव सैंपलों को जुटाया जा रहा है।