ज़ेबा ख़ान/राखी भाई बहन के प्यार का त्यौहार होता है,और पूरे देश में अगस्त के महीने में ये त्यौहार मानया जाना है और इसी के चलते मोदी सरकार ने अपनी देश की बहनों को एक बड़ा तौहफा दे दिया है। जिससे भाई-बहन के एस पावन अफर पर महंगाई की मार न पड़े ।
आपको बता दें बीते शनिवार को कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक हुई। उस बैठक में कुछ चीजों से जीएसटी हटाने का मुद्दा सबसे अहम था। इस पर बाद में सरकार ने भी हामी भरी और करीब 88 वस्तुओं व सेवाओं पर जीएसटी की दरें घटा दी गईं।
जिसमें सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए उपयोगी समान को काफी अहम माना गया जिन वस्तुओं से जीएसटी हटाई गई है उसमे सैंनिटरी नैप्किन और राखी भी है।
जैसे ही रक्षाबंधन कं दिन करीब आता जाता है वैसे-वैसे राखी के दाम आसमान ठूने लगते है जिसके चलते राखी खरीदने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। अब सरकार ने अपनी देश की बहनों के राखी के अवसर पर जीएसटी के चलते किसी भी प्रकार की महंगाई का सामना करना पडे इसके लिए राखी को जीएसटी टैक्स से बहार कर दिया है।
और इसके साथ ही स्टोन, मार्बल और लकड़ी के देवी-देवताओं की मूर्तियां, राखियां, सेनीटरी नेपकिन, फूल वाली झाडू़, खाली दोना, भारत सरकार द्वारा जारी होने वाले सिक्के। बांस से बने फर्श, पीतल वाला केरोसिन स्टोव, हस्तशिल्प के सामान मसलन पर्स, हैंडबैग और ज्वैलरी बाक्स, हाथ से चलने वाला रबर रोलर, जिपर, शीशे, स्टोन आर्ट, पीतल, लोहे, हैंडीक्राफ्ट लैंप, मोम, स्टियरिन, प्राकृतिक गोंद वगैरह से बने उत्पादतेल में मिलाने के लिए बिकने वाले एथनॉल, सॉलिड बॉयो फ्यूल और हैंडीक्राफ्ट पर। 1000 रुपये तक के फुटवियर (इससे ऊपर के फुटवियर पर 18) फ्रिज, फ्रीजरवाशिंग मशीनवैक्यूम क्लीनर 68 सेंटीमीटर तक के टीवीट्रेलर और सेमी ट्रेलरइलेक्टिक आयरनमखमल के कपड़े, हैंडलूम दरी, फर्टिलाइजर में प्रयोग होने वाला फास्फेरिक एसिड, बुनी हुई कैप और एक हजार रुपये से कम कीमत की टोपी, हाथ से बने कालीन, फीते और प्रिंटेड कपड़ेतांबे और एल्यूमिनियम से बनीं कलाकृतियांपेंटिंग वाले लकड़ी के फ्रेम।
आपको बता दें सरकार की तरफ से ये बड़ा कदम विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर जीत के दूसरे ही दिन लिया गया।