कन्हैया लाल यादव / बलरामपुर। घरेलू हिंसा,उत्पीड़न और कुरीतियों के विरोध में नागपंचमी के दौरान मनाए जाने वाले पर्व पर गुड़िया पीटने के परंपरा के विरुद्ध महिला समाख्या की कार्यकर्ताओं ने गुड़िया पीटो नहीं झूलाओ कार्यक्रम के तहत गुड़िया झूलाओ महोत्सव का आयोजन कर सामाजिक जागरूकता अभियान चलाया। लोगों ने परंपरा को तोड़ते हुए गुड़िया पीटने के बजाय झूले पर बच्चियों को झूला कर पर्व मनाया और पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण किया।
महिला समाख्या की जिला महिला संदर्भ समूह प्राची गुप्ता द्वारा आयोजित गुड़िया झुलाओ महोत्सव का आयोजन पूर्व माध्यमिक विद्यालय आवर में किया गया। मुख्य अतिथि सदर खंड विकास अधिकारी महेंद्र कुमार ने महिला उत्पीड़न और कुरीतियों पर प्रहार करते हुए कहा कि गुड़िया हम सब के बच्चियों का नाम होता है इसे कदापि पीटना नहीं चाहिए यह प्यार और दुलार की पात्र होती हैं। इस पर्व पर इन्हें पीटने की परंपरा को रोकते हुए इनको सम्मान के साथ झुलाना चाहिए और भेदभाव दूर करने के लिए शिक्षित करना आवश्यक है जिससे महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न और घरेलू हिंसा पर रोक लगाई जा सके।
कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि सीडीपीओ राकेश कुमार ,एडीओ कोआपरेटिव, गौरा थान के सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार, ग्राम प्रधान गुड़िया तथा प्रधान प्रतिनिधि भानु प्रताप सिंह गुड़िया पीटने की परंपरा को तोड़ते हुए बच्चियों की प्रतीक गुडिया को नाग पंचमी के पर्व पर झूलाने के लिए प्रेरित किया और महिलाओं को सम्मान देने तथा महिला उत्पीड़न और घरेलू हिंसा को रोकने की शपथ ली तथा महिला सशक्तिकरण के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया मुख्य अतिथि ने उत्सव में बच्चों को पालने में झूला कर पर्व मनाया तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए बच्चियों के साथ मिलकर वृक्षारोपण किया कार्यक्रम आयोजक प्राची गुप्ता ने सभी लोगों का आभार व्यक्त किया इस दौरान महिला सामाख्या सहयोगिनी सविता, रेखा ,रूपरानी ,सरजू ,दुर्गेश, पूनम ,गोल्डी ,शिवराज ,लक्ष्मी सहित भारी संख्या में स्थानीय महिला और पुरुष मौजूद रहे।