ओलावृष्टि के साथ चमोली में लगातार चार दिनों से हो रही भारी बारिश ने काश्तकारों के समाने संकट पैदा कर दिया है। ओलावृष्टि और भारी बारिश से फसल बर्बाद हो गयी। वहीं बुधवार को चमोली के ऊपरी इलाके के गांवो में ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण आलू ,लहसुन, प्याज,की खेती को भारी नुकसान पहुंचा है। चमोली में लगातार बारिश और ओलावृष्टि से जहाँ काश्तकारों की फसल बर्बाद हो गयी है वहीं यातायात में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को भी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है दोपहर बाद मौसम के करवट बदलने से तूफान और भारी बारिश के साथ बिजली कड़कने के कारण दहशत बनी हुई है।
काश्तकारों का कहना है कि पांच दिनों से लगातार भारी बारिश ओलावृष्टि के कारण बाग बगीचे भी पूरी तरह से बर्बाद हो गए है ग्राम नैल के प्रधान का कहना है आलू ,लहसुन की खेती ओलावृष्टि से पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है जिससे काश्तकारों के लिए संकट पैदा हो गया है जिला प्रशासन से ग्रामीण क्षेत्रों में हुए नुकसान का आंकलन कर काश्तकारों को राहत दिये जाने की मांग की गई है।
लगातार हो रही बारिश से तमाम संडक मार्ग गड्ढों मे तब्दील हो गई है इस कारण सड़क मार्गों पर जान जोखिम डालकर सफर करने को विवश है पोखरी हापला गोपेश्वर सड़क पर जगह-जगह गड्ढों के कारण आवाजाही करने मे लोगों को परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है।
-सन्तोषसिंह नेगी