तृप्ति रावत/ इस साल बारिश मानसून से लगभग 15 दिन पहले ही पूरे देश में दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के अनुसार देशभर के कई राज्यों में 3 दिनों में दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश सहित 19 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। इसलिए आईएमडी ने 19 राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
पिछले दो दिनों से जम्मू कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड समेत आंध्र प्रदेश के उत्तर जिलों में भारी बारिश हो रही है। आंध्र प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश की वजह से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 5 मछुआरे लापता बताए जा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ मौसम की पहली बारिश में ही जम्मू कश्मीर की झेलम सहित सभी नदियां भारी उफान पर हैं। राज्यपाल एनएन वोहरा ने भारी बारिश और उफनाती नदियों को देखते हुए अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। जिसमें किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की तैयारियों पर बातचीत की गई है।
देश भर के मौसम की बात करें तो कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। जिसके चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा लगातार हो रही है। पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में भी वर्षा हो रही है।
हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और उत्तरी राजस्थान में भी हल्की बारिश का अनुमान बताया जा रहा है। पश्चिमी तट पर बनी ट्रफ महाराष्ट्र से केरल तक सक्रिय है। इसके चलते कोंकण गोवा, कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
मुंबई में पिछले 2 दिनों से भारी बारिश हो रही है। बारिश की वजह से हिंदमाता, चेंबूर, लोअर परेल जैसे कई इलाकों में पानी भर गया है। सड़कें तालाब बन गई हैं, जिससे घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। लोकल ट्रेन भी प्रभावित हैं। राजस्थान और उत्तराखंड में भी भीषण बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
भारी बारिश की वजह से राजस्थान की शिवना, जाखम और अन्य कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया और कई जगह पहले बाढ़ आ गई है। मिली जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हुई अचानक बारिश से निचले इलाकों में आफत आ गई है। नदी-नाले तमाम उफान पर आ गए हैं जिसका खामियाजा मैदानी इलाकों को भुगतना पड़ रहा है।