उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं बारिश और लैंड स्लाइड के कारण कई लोगों की जानें भी जा चुकी हैं। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के लिए पहले से ही हाई अलर्ट जारी कर रखा है। इसी बारिश के दौरान एक कार पहाड़ पर पत्थरों में जा फंसी, जिसे किसी तरह से जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया।
बता दें बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन के कारण पैसेंजर सहित कार पत्थरों में जाकर फंस गई है । जिसके बाद सीमा सड़क संगठन ने यात्रियों से भरी इस कार को सुरक्षित निकाल लिया। कार, दो बड़े पत्थरों के बीच अटक गई थी। इसके नीचे से तेजी से पानी बह रहा था। कार के फंसने की सूचना पर पहुंची बचाव दल, काफी मेहनत के बाद इसे सुरक्षित निकालने में सफल रहा।
वहीं उत्तराखंड में लगातार हो भारी बारिश से नेपाल के तीन मजदूरों समेत पांच लोगों कीमौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने बताया कि एक अन्य घटना में चंपावत जिले के सेलखोला में भूस्खलन के बाद घर ढह जाने से दो की मौत हो गई।
आपको बताते चलें रामगढ़ के तल्ला का पूरा इलाका बारिश के पानी में डूब गया है। लोग अपनी छत पर बैठे हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। अधिकारियों ने चारधाम तीर्थयात्रियों को मौसम में सुधार होने तक हिमालय के मंदिरों में नहीं जाने की सलाह दी। वहीं रविवार तक हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचे चारधाम तीर्थयात्रियों को मौसम में सुधार होने तक आगे नहीं बढ़ने को कहा गया है, जबकि हिमालय के मंदिरों के जाने वाले वाहनों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
ऋषिकेश में यात्री के गाड़ियों को चंद्रभागा पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला और मुनि-की-रेती भद्रकाली बैरियर पार नहीं करने दिया जा रहा है। क्यूंकि चंपावत में नदी पर बना एक निर्माणाधीन पुल जल स्तर में वृद्धि के कारण बह गया है।
वहीं केदारनाथ मंदिर से लौटते समय भारी बारिश के बीच जंगल चट्टी में फंसे करीब 22 श्रद्धालुओं को बचाया एसडीआरएफ और पुलिस ने सुरक्षित निकाल लिया है। इन्हें गौरी कुंड में शिफ्ट कर दिया गया। इस दौरान चलने में कठिनाई का सामना कर रहे 55 वर्षीय एक भक्त को स्ट्रेचर पर ले जाया गया।
बता दें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा कर मौसम की जानकारी ली और सड़कों व राजमार्गों की स्थिति का जायजा लिया। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारी बारिश की चेतावनी के बाद राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे एहतियाती कदमों की जानकारी लेने के लिए सीएम से फोन पर बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।