उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि हेपेटाइटिस के खतरे से हर दिल्लीवासी की सुरक्षा के लिए दिल्ली सरकार कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में हमें स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक होना पड़ेगा। श्री सिसोदिया ने स्कूलों के नए पाठ्यक्रम में स्वास्थ्य जागरूकता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हमें भौतिक और आर्थिक विषयों के साथ ही अपने ‘शरीर’ और ‘मन’ पर भी विशेष ध्यान देना जरूरी है।
दिल्ली सचिवालय में आज हेपेटाइटिस दिवस का ई-समारोह का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ के अलावा 31 स्कूलों के 700 बच्चों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इंस्टिट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेस ने यह आयोजन किया। आईएलबीएस के वसंत कुंज स्थित परिसर के स्टाफ भी इस ई-समारोह में शामिल हुए।
श्री सिसोदिया ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और आईएलबीएस की टीम ने 23 साल से हेपेटाइटिस के खिलाफ जोरदार लड़ाई चलाई है। इसके लिए मेडिकल साइंस संबंधी महत्वपूर्ण कार्यों के साथ स्कूलों में जागरूकता के जरिये एक मिशन के रूप में अभियान चलाया है। इसके कारण काफी लोगों की जिंदगी बचाने में सफलता मिली है।
ई-समारोह में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि लीवर हमारे शरीर का प्रमुख अंग है। लेकिन खानपान में लापरवाही से लीवर खराब होता है जो अन्य बड़े रोगों का कारण है। श्री जैन ने दुनिया का पहला प्लाज्मा बैंक स्थापित करने के लिए आईएलबीएस टीम को बधाई दी।
कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्य सचिव विजय कुमार देव, स्वास्थ्य एवं वित्त विभाग के प्रधान सचिव संदीप कुमार, परिवार कल्याण निदेशक डॉ. मोनिका राणा तथा आईएलबीएस के निदेशक एसके सुरीन भी शामिल हुए