हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा वर्ष 2017-18 के लिए अकादमी का सर्वोच्च सम्मान ‘शलाका सम्मान’ सुप्रसिद्ध कवि और शायर जनाब जावेद अख़्तर को दिया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें पाँच लाख रुपये की धनराशि, प्रशस्ति-पत्र, ताम्रपत्र और शॉल भेंट किया गया। कमानी सभागार,कॉपरनिक्स मार्ग, निकट मण्डी हाउस, नई दिल्ली में आयोजित किए गए इस सम्मान-अर्पण समारोह का उदघाट्न दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में दिल्ली सरकार की कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग की सचिव रिंकू दुग्गा भी मौजूद थीं। यह समारोह हिन्दी अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष विष्णु खरे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
समारोह में हिन्दी अकादमी, दिल्ली के सदस्य, अनेक गणमान्य एवं बड़ी संख्या में साहित्य, समाज और संस्कृति-प्रेमी उपस्तिथ थे।
वर्ष 2017-2018 के सम्मान/पुरस्कार उन विद्वान विभूतियों को भी दिए गए जिन्होंने साहित्य, संस्कृति, समाज-सेवा और पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। विशिष्ट सृजनात्मक योगदान के लिए अकादमी का ‘शिखर सम्मान’ एम.के.रैना को दिया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें दो लाख रुपये की राशि, प्रशस्ति-पत्र, ताम्रपत्र और शॉल भेंट किए गए। साथ ही ‘सन्तोष कोली स्मृति सम्मान’ से दिव्या भारती को सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें दो लाख रुपये की राशि, ताम्रपत्र, प्रशस्ति-पत्र और शॉल भेंट किया गया।
इसके अतिरिक्त हिन्दी अकादमी का ‘विशिष्ट योगदान सम्मान’ सत्येन्द्र शरत को, ‘पत्रकारिता सम्मान (प्रिंट मीडिया)’ पूनम पाण्डे को, पत्रकारिता सम्मान (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया)’ अभिसार शर्मा को, ‘गद्य विधा सम्मान’ जनाब शाज़ी ज़मां को, ‘काव्य-सम्मान’ राजशेखर को, ‘नाटक सम्मान’ सुमन कुमार को, ‘हास्य व्यंग्य सम्मान’ संजय राजौरा को, ‘अनुवाद सम्मान’ मारिया पुरी को, ‘हिन्दी सेवा सम्मान’ प्रो. गोबिंद प्रसाद को, ‘ज्ञान प्रौद्योगिकी सम्मान’ डॉ. आरफ़ा ख़ानम शेरवानी को तथा ‘बाल साहित्य सम्मान’ आबिद सुरति को दिया गया। उपर्युक्त 11 विभूतियों को एक-एक लाख रुपये की धनराशि, ताम्रपत्र, प्रशस्ति-पत्र और शॉल भेंट किए गए।
कार्यक्रम के अंत में हिन्दी अकादमी, दिल्ली के सचिव डॉ. जीतराम भट्ट ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम सम्पन्न किया।