एमसीडी कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिलने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने आज सिविक सेंटर पर भाजपा का घेराव किया। नॉर्थ एमसीडी के एलओपी विकास गोयल ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने पिछले तीन महीने से कर्मचारियों को वेतन और रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन नहीं दी है। तनख्वाह के बिना कर्मचारी दिवाली कैसे मनाएंगे। ईस्ट एमसीडी के एलओपी मनोज त्यागी ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी कर्मचारियों की मेहनत की कमाई से निजी ठेकेदारों की जेबें भर रहे हैं। साउथ एमसीडी के एलओपी ने कहा कि जो कर्मचारी दिन-रात दिल्ली की सफाई में लगे रहते हैं, दिल्ली वासियों के स्वास्थ्य की चिंता में लगे रहते हैं, आज उनके ही घर में चूल्हा जलना मुश्किल हो गया है।
इससे पहले, आम आदमी पार्टी से तीनों निगमों के एलओपी, विकास गोयल, मनोज त्यागी और प्रेम चौहान के नेतृत्व में सभी पार्षदों ने एमसीडी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने को लेकर कड़ा विरोध करते हुए सिविक सेंटर पर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित एमसीडी से तत्काल सभी कर्मचारियों का वेतन और रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन जारी करने की मांग की और कहा कि यदि एमसीडी में सत्ताधारी भाजपा ऐसा करने में समर्थ नहीं है तो तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी से नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। विकास गोयल ने कहा कि, एमसीडी में शासित भाजपा ने पिछले तीन महीने से कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दी है। जब सबके घर मे त्योहारों की तैयारी चल रही है, तब एमसीडी कर्मचारियों के घर में राशन तक नहीं बचा है। बिना तनख्वाह के कर्मचारी दिवाली कैसे मनाएंगे। उनका घर खर्च कैसे चलेगा। इसी विरोध में आज हमनें एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर के बाहर भाजपा का घेराव किया। और भाजपा से सभी कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन तुरंत जारी करने की मांग की। इसके साथ ही हमने सिविक सेंटर के गेट पर ताला लगा दिया क्योंकि जहां काम नहीं होता है, कर्मचारियों को सैलरी नहीं दी जाती है उसे खोलकर रखने की ज़रूरत ही क्या है।
हमनें कर्मचारियों को तनख्वाह ना मिलने तक अनिश्चित काल के लिए प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी एमसीडी ने दिल्ली पुलिस की मदद से हमारे पार्षदों को मारना शुरू कर दिया। जबरदस्ती उन्हें घसीट कर थाने ले जाया गया और धरना जबरदस्ती खत्म कराया गया। इससे एक बात साफ हो जाती है कि भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती है कि कर्मचारी त्योहार मना सकें।
पिछले 15 सालों से निगम में भाजपा शासित है। इन 15 सालों में भारतीय जनता पार्टी ने सिर्फ और सिर्फ एमसीडी के कर्मचारियों का शोषण किया है, उनसे झूठे वादे किए, उनको गुमराह किया है। उन्होंने जब भी चुनाव लड़ा तो उनके घोषणा पत्र में एक ही बात होती है कि हम कर्मचारियों को पक्का करेंगे, उन्हें बोनस देंगे और तनख्वाह भी समय पर देंगे।
आपको ध्यान होगा कि जब भी कर्मचारी हड़ताल पर बैठते हैं, 2018 में एक बहुत बड़ी हड़ताल हुई थी, तो उस वक्त भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहे मनोज तिवारी जी ने सभी को जूस पिलाकर हड़ताल खत्म कराई थी। और वादा किया था कि सभी कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा, बोनस दिया जाएगा और सभी को समय पर तनख्वाह दी जाएगी। लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। उसके बाद, अभी पिछले साल हड़ताल हुई थी, तब इनके मेयर ने भी यही वादा किया। लेकिन तब भी कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, अब तो इन्होंने हद पार कर दी है। दिवाली का समय है, जिसे हिंदुओं का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, गोवर्धन पूजा है, भाई दूज है, फिर छठ है, ऐसे में हमारे देश में एक परंपरा है कि हर बड़े से बड़ा और छोटे से छोटा व्यापारी अपने कर्मचारियों को उपहार में बोनस देता है, मिठाई देता है। लेकिन एमसीडी में भारतीय जनता पार्टी ने बिल्कुल उल्टा कर रखा है। बोनस और मिठाई तो छोड़ दीजिए, वह उनके हक का पैसा, उनकी मेहनत की कमाई तक देने को तैयार नहीं है। दो-दो, तीन-तीन महीने से उन्हें तनख्वाह नहीं मिल रही है।
सफाई कर्मचारी जिन्होंने कोरोना काल में जान की बाजी लगाकर दिल्ली की सफाई की, डीबीसी कर्मचारी जिन्होंने कोरोना काल में घर-घर जाकर सैनिटाइज किया और अब घर-घर जाकर डेंगू की जांच कर रहे हैं, शिक्षक जो बच्चों का भविष्य बनाने का काम करते हैं, डॉक्टर और नर्स जिन्होंने कोरोना काल में अपनी जान दांव पर लगाकर दिल्ली वालों का इलाज किया, भाजपा शासित एमसीडी ने इन लोगों को तीन महीने से तन्ख्वाह नहीं दी है। जबकि इनके मेयर अपने घर पर दिवाली मिलन का समारोह करते हैं। आज भी वह दिवाली मिलन का समारोह कर रहे हैं लेकिन कर्मचारियों को तनख्वाह, पेंशन नहीं दे रहे। ऐसे में वह लोग दिवाली कैसे मनाएंगे। इसी के चलते कर्मचारी हड़ताल करने पर मजबूर हैं कि कैसे भी उन्हें तनख्वाह मिल जाए, उनके घर में राशन आ जाए, वह भी धूमधाम से दीवाली मना सकें। आज भी सिविक सेंटर के गेट नंबर 3 पर कर्मचारी हड़ताल पर हैं।
मैं भारतीय जनता पार्टी के लोगों से पूछना चाहता हूं कि जब एमसीडी के कर्मचारियों के बच्चे दिवाली पर भूखे सोएंगे तो उस दौरान आप खुद मिठाइयां और पकवान खाकर कैसे सो सकते हैं। क्या आपकी नैतिकता, आपकी इंसानियत बिल्कुल खत्म हो गई है? मैं भारतीय जनता पार्टी के लोगों से सीधे-सीधे कहना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी कर्मचारियों के साथ खड़ी है। आप जल्द से जल्द सभी कर्मचारियों को तनख्वाह दो, रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन दो, बोनस दो। नहीं तो आपको सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। आप तुरंत इस्तीफा दे दीजिए।
वहीं ईस्ट एमसीडी के एलओपी मनोज त्यागी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 सालों से एमसीडी में है। इसके बावजूद वह एमसीडी की समस्याओं को खत्म नहीं कर पाई। एक तरफ वह सफाई की रैंकिंग में पीछे रहते हैं और निजीकरण को बढ़ावा देते हैं। वहीं दूसरी ओर दिन रात एमसीडी की सेवा में लगे कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं देते हैं। यह बहुत ही शर्मिंदगी का विषय है। कर्मचारियों को ना तो तनख्वाह मिल रही है ना बोनस मिल रहा है। ऐसे में यह लोग हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार, दीपावली का पर्व कैसे मनाएंगे। भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता दिवाली मिलन समारोह कर रहे हैं। जगह जगह फूल बरसा रहे हैं, मिठाईयां खा रहे है, दावतें कर रहे हैं। लेकिन जो आम कर्मचारी है, जिनकी वजह से यह लोग सत्ता में आते हैं और उसमें राज करते हैं, उनकी मेहनत की कमाई से यह लोग निजी ठेकेदारों की जेब भरते हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी कर्मचारियों के साथ हैं और इस सिलसिले में आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद सिविक सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि भाजपा सभी कर्मचारियों को जल्द से जल्द तनख्वाह और रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन दे अन्यथा आम आदमी पार्टी अपना विरोध जारी रखेगी। एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक जी के आवाहन पर हम सभी पार्षद तब तक विरोध प्रदर्शन करेंगे जब तक भाजपा की ओर से एमसीडी के कर्मचारियों को तनख्वाह देने का कोई ऐलान नहीं कर दिया जाता है।
इसके बाद, साउथ एमसीडी के एलओपी प्रेम चौहान ने कहा कि यह बहुत ही दुखद और पीड़ादायक है कि भाजपा शासित एमसीडी सफाई कर्मचारियों, डीबीसी कर्मचारियों, शिक्षकों, डॉक्टरों और नर्सों को त्योहारों के सीजन में भी तनख्वाह नहीं दे रही है। जो दिन रात दिल्ली की स्वच्छता सफाई में लगे रहते हैं दिल्ली वासियों के स्वास्थ्य की चिंता में लगे रहते हैं, उनके ही घर में चूल्हा जलना मुश्किल हो गया है। उन कर्मचारियों को तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है। जिसके लिए एमसीडी में शासित भाजपा जिम्मेदार है। यदि आपसे एमसीडी नहीं चल रही है तो आप हमसे सीख लो। अन्यथा 3 महीने बाद जनता खुद आपको बताएगी की एमसीडी कैसे चलाई जाती है।
उन्होंने कहा कि दिवाली जैसे त्यौहार पर भी यदि वह लोग अपने बीवी-बच्चों को उपहार नहीं दे सकते हैं, मिठाईयां नहीं दे सकते हैं, तो ऐसी नौकरी का क्या फायदा। आम आदमी पार्टी हमेशा आम आदमी के हित की बात करती है, इसलिए आज आम आदमी पार्टी के सभी मनोनीत और इलेक्टेड पार्षद यहां सिविक सेंटर के बाहर एमसीडी के खिलाफ विरोध पर्दशन कर रहे हैं। हमारी मांग है कि भाजपा शासित एमसीडी सभी कर्मचारियों को समय पर वेतन दे और पिछला बकाया वेतन जल्द से जल्द जारी करे। हम यहां भाजपा पर इधर-उधर के लांछन लगाने के लिए नहीं बैठे हैं। हम बस इतना चाहते हैं कि भाजपा एमसीडी के सभी कर्मचारियों को वेतन और रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन दे, जिससे वह लोग भी दिवाली मना सकें।