सन्तोषसिंह नेगी / चमोली के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को आदर्श विद्यालय बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके पहले चरण के तहत जिले में 20 विद्यालयों का चयन किया गया है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की खास पहल पर इन सभी विद्यालयों में अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए ई-लर्निंग व्यवस्था के साथ-साथ मूलभूत अवस्थापना सुविधाऐं उपलब्ध करायी जा रही है।
पहले चरण के तहत राइका बडागांव, राइका घिंघराण, राइका गोपेश्वर, राबाइका गोपेश्वर, राइका पीपलकोटी, राइका नन्दप्रयाग, राइका घाट, राइका लंगासू, राबाइका गौचर, राइका कर्णप्रयाग, राइका नैणी, राइका नागनाथ, राइका कुलसारी, राइका पैंतोली, राइका थराली, राइका लोल्टी, राइका देवाल, राइका गैरसैंण, राइका भराडीसैंण एवं रा0उ0मा0वि0 विजयसैंण को चयनित किया गया है।
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में स्थापित करने के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने गुरूवार को चयनित सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य, खण्ड शिक्षा एवं मुख्य शिक्षा अधिकारियों की क्लेक्ट्रेट सभागार बैठक लेते हुए इन विद्यालय में उपलब्ध संशाधनों की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि चयनित विद्यालयों में ई-लर्निंग कक्षाओं के संचालन के लिए प्रोजेक्टर, एलईडी टीवी तथा इंनवल्टर के साथ-साथ आवश्यकता के अनुसार कम्प्यूटर, फर्नीचर, पंखे, वाईट बोर्ड भी उपलब्ध कराये जा रहे है। विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षाकक्ष व शौचालय का निर्माण, विद्यालय भवनों की मरम्मत आदि अवस्थापना सुविधाऐं भी विकसित की जायेंगी। उन्होंने इन सभी विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 तक ई-लर्निंग के संचालन के लिए अलग से कक्ष निर्धारित करने, स्मार्ट क्लास के लिए रोस्टर तैयार करने तथा शीघ्र ई-लर्निंग कक्षाओं का संचालन शुरू करने के निर्देश प्राधानाचार्यो को दिये। संस्था के माध्यम से तैयार किये गये ई-लर्निंग प्रोग्राम को और अधिक बढिया बनाने के लिए अध्यापकों व छात्रों से भी सुझाव लेने को कहा। जिलाधिकारी ने चयनित विद्यालयों में अवस्थापना सुविधा से जुडे़ सिविल कार्यो का प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र आंगणन उपलब्ध कराने के निर्देश खण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा विद्यालयों में लम्बित निर्माण कार्यो की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिये है।
जिलाधिकारी ने चयनित सभी विद्यालयों में सौन्दर्यीकरण के तहत किये जा रहे वाॅल पेंन्टिग कार्यो को पूरी गुणवत्ता के साथ 26 जनवरी तक पूरा कराने के निर्देश आल्र्ट टीचरों को दिये है। उन्होंने भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान एवं कुछ नये ज्ञानबर्धक व प्रेरणादायक विषयों पर आधारित पेंन्टिग भी विद्यालयों में कराने के निर्देश दिये है। जिलाधिकारी ने कहा कि चयनित विद्यालयों में स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से सैनेटर नैपकीन वैडिंग मशीनें भी उपलब्ध करायी जा रही है। इसके संचालन के लिए उन्होंने विद्यालयों में किसी लेडी टीचर को नोडल नामित करने के निर्देश प्रधानाचार्यो को दिये है।
अगामी बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने वाले सम्भावित प्रश्नों व उनके उत्तर देने हेतु प्रैक्टिस कराने के निर्देश भी प्रधानाचार्यो को दिये है। कहा कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में टाॅप 20 विद्यार्थियों को ट्राॅफी, नगद पुरस्कार व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया जायेगा। साथ ही ऐसे विद्यालयों के प्रधानाचार्यो को भी सम्मानित किया जायेगा।
बैठक में मुख्य कोषाधिकारी वीरेन्द्र कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी एलएम चमोला, जिला शिक्षा अधिकारी (मा0) आशुतोष भण्डारी सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी व चयनित 20 विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे।