यह तस्वीरें हैं 5 फरवरी 2021 के रात 10:00 बजे के बाद की। यह मधुशाला और शराब के ठेके पुलिस चौकियों के बेहद नजदीक हैं या यूं कहें चौकी के सामने हैं लेकिन 10 बजे के बाद भी इन मधुशालाओं का मुख्य दरवाजा बंद करके खिड़की से शराब को धड़ल्ले से बेचा जा रहा है ।जबकि नियमों की माने तो रात 10 बजे के बाद शराब की बिक्री पर सरकार ने प्रतिबंध लगा रखा है उसके बावजूद भी यदि आप रात 1 बजे भी चाहे तो शराब आप को बड़ी आसानी से मुहैया हो सकती है उसका कारण साफ है क्योंकि जब इनके संरक्षण करने वाले ही इनके सामने हो और बगल में हो तो यह कैसे अपना व्यापार नहीं कर सकते हैं।
मामला सीतापुर की रोडवेज चौकी और मंडी चौकी का है जहां रोडवेज चौकी के ठीक सामने मॉडल शॉप स्थित है जो अपना मुख्य दरवाजा बंद करके साइड से 10 बजे के बाद भी शराब की बिक्री धड़ल्ले से कर रहा है वहीं दूसरी तरफ तस्वीर है मंडी चौकी के ठीक 100 मीटर की दूरी की ।जहां मुख्य दरवाजा बंद करके देसी शराब का ठेका खिड़की से संचालित होता है। सूत्रों की मानें तो इन मधुशालाओ और ठेका देसी शराब के अड्डों पर पुलिस का संरक्षण इन्हें प्राप्त है जिसकी वजह से इनके लिए कोई नियम कायदे कानून मायने नहीं रखते हैं और 10 बजे के बाद भी यह शराब बेचने में कोई गुरेज नहीं करते हैं ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि कोई बड़ा हादसा होता है तो आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा या एक बड़ा सवाल बना हुआ है