यह दयनीय घटना मुंबई के एक बेहद पॉश इलाके दादर की है. यहां रहने वाली 40 साल की एक महिला ने पुलिस में अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. आरोप लगाया है कि उसके पति ने बेटे की चाह में ज़बरन आठ बार उसका अबॉर्शन करवाया. साथ ही उसे 1500 से ज्यादा हार्मोनल और स्टेस्टेरॉयड के इंजेक्शन भी लगवाए.
पूरा मामला क्या है, आपको डिटेल में बताते हैं.
एक अख़बार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2007 में रानी (काल्पनिक नाम) की शादी बड़ी धूमधाम से हुई थी. पिता रिटायर्ड जज थे. अच्छी-खासी पढ़ी-लिखी फैमिली अपनी बेटी के लिए खोजी और शादी करवाई. रानी का पति पंकज (काल्पनिक नाम) और सास पेशे से वकील हैं और नंद डॉक्टर है. रानी का आरोप है कि शादी के कुछ साल बाद पंकज उसे यह कहकर मारने-पीटने लगा कि उसे लड़का चाहिए. पंकज का कहना था कि लड़का आगे चलकर उसकी प्रॉपर्टी को संभालेगा. आरोप है कि पंकज ने आठ बार रानी का ज़बरन अबॉर्शन करवाया.
रानी ने बताया कि साल 2009 में उसने एक बेटी को जन्म दिया. साल 2011 में वो दोबारा प्रेगनेंट हुई, तब पंकज उसे डॉक्टर के पास ले गया और ज़बरन उसका अबॉर्शन करवा दिया. आरोप है कि पंकज ने रानी पर दबाव बनाया था कि वो डॉक्टर से ये कहे कि उसे बच्चा चाहिए ही नहीं. रानी का उत्पीड़न इसके बाद और बढ़ गया. पंकज ने मुंबई में ‘ट्रीटमेंट’ शुरू करवा दिया.
रानी ने आरोप लगाया कि पंकज उसे ‘प्री-इम्प्लांटेशन जेनेटिक डायग्नोसिस’ के लिए ज़बरन बैंकॉक भी लेकर गया. बिना सहमति के उसका ‘ट्रीटमेंट’ भी शुरू कर दिया. एम्ब्रियो को रानी के यूट्रस में इम्प्लांट करने से पहले उसका लिंग पता किया गया. इस तथाकथित ट्रीटमेंट के दौरान रानी को 1500 से ज़्यादा हार्मोनल और स्टेरॉयड के इंजेक्शन भी लगाए गए. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.