अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गैरसैंण के किसान मेला मैदान में आयोजित कार्यक्रम मे पं. दीनदयाल किसान कल्याण योजना के अन्तर्गत, प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए वृहद ब्याज मुक्त ऋण वितरण कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया। इस अवसर पर जनपद के 156 स्वंय सहायता समूहों को 5 करोड़ 27 लाख का ब्याज मुक्त ऋण वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को सबोधित करते हुए सभी प्रदेशवासियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि कोविड काल में राज्य को सेवा देने वाली प्रत्येक आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकत्रियों को 10-10 हजार रूपये दिये जायेंगे। सभी महिला मंगल दलों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को 15-15 हजार रूपये दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज एवं प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना बहुत जरूरी है। महिलाओं की सहभागिता जितनी अधिक बढ़ेगी, उतनी ही तेजी से प्रदेश का विकास होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 मार्च को राज्य सरकार के चार साल पूर्ण हो रहे हैं। इन चार वर्षों में महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई। राज्य में महिलाओं को अपने पति की पैतृक सम्पति में सह खातेदारी का अधिकार दिया गया है। आने वाले समय में इसके काफी सकारात्मक परिणाम आयेंगे। यदि कोई महिला बैंक से ऋण लेना चाहेगी तो अब उन्हें इसके लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना भी लागू की है, इसके लिए इस बार के बजट में 25 करोड़ रूपये का प्राविधान किया गया है। महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने के लिए सुनियोजित प्लानिंग बनाई जा रही है। जंगलों में घास लाने के दौरान अनेक महिलाओं को राज्य में दुर्घटनाओं को शिकार होना पड़ता है। इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री घस्यारी योजना लाई गई है।