तृप्ति रावत/ भारत के साथ रंगभेद और अभद्र व्यवहार का मामला सामने आया है। जहां पर यूरोप की एक प्रतिष्ठित एयरलाइंस के केबिन-क्रू के सदस्य पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने भारतीय परिवार को विमान से उतारकर अभद्र व्यवहार किया। इस पूरे घटना की जानकारी उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को शिकायत पत्र लिखकर दी गई है।
ये घटना 23 जुलाई को ब्रिटिश एयरवेज की लंदन-बर्लिन फ्लाइट में हुई। परिवार का आरोप है कि उनके तीन साल के बच्चे को जब मां ने सीट बेल्ट बांधी, तो वह डर-सा गया और रोने लगा। उसकी मां बच्चे को चुप कराने की कोशिश कर रही थी, तभी वहां केबिन क्रू का एक सदस्य आया और उसने अभद्र टिप्पणी की, जिससे बच्चा डर गया और वह ज्यादा तेज रोने लगा।
उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को लिखे पत्र में अधिकारी ने लिखा कि क्रू मेंबर ने टेक ऑफ के वक्त ही रनवे पर मौजूद स्टाफ को मेसेज करना शुरू कर दिया और मेरे बेटे को खिड़की से फेंकने की धमकी दी। इसके बाद उसी क्रू मेंबर ने हमारे रंग को लेकर बेहद अपमानजनक अपशब्दों का प्रयोग किया। इसके बाद विमान को वापस टर्मिनल पर ले जाया गया और परिवार के साथ बच्चे की मदद करने की कोशिश कर रहे कुछ अन्य भारतीय परिवारों को भी फ्लाइट से उतार दिया गया।
वहीं ब्रिटीश एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह के आरोपों को हम बहुत ही गंभीरता से लेंगे। इस तरीके के किसी भी व्यवहार को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हम अपने कस्टमर से लगातार संपर्क में हैं और इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
यह मामला इसलिए हाई प्रोफाइल है क्योंकि घटना 1984 बैच के एक भारतीय इंजिनयरिंग सर्विस के अधिकारी के साथ हुई। वह रोड ट्रांसपॉर्ट मंत्रालय में काम कर रहे हैं और इन्होंने ही सुरेश प्रभु को पत्र लिखकर शिकायत की है।