बहराइच/कैलाश मानसरोवर के सिमीकोट में अत्यधिक बारिश की वजह से फंसे 253 तीर्थयात्रियों में से 103 यात्रियों के पहले जत्थे को नेपाल के रास्ते भारत भेज दिया गया है सभी तीर्थयात्री नेपालगंज एयरपोर्ट पर प्लेन से उतरकर रुपईडीहा के रास्ते बहराइच में रुकवाया गया है सभी तीर्थयात्रियों के दस्तावेजों की जाँच कर उनके परिजनों से संपर्क किया जा रहा है ताकि सभी को सुरक्षित उनके घर पहुँचाया जा सके,पहले जत्थे में पहुँचे 103 तीर्थयात्रियों में से एक महिला और एक पुरुष तीर्थयात्री की आक्सीजन की कमी से मौत हो चुकी है पहला जत्था रुपईडीहा में अधिकारियों की निगरानी में रुकवाया गया है जिसकी देखरेख स्वयं डीएम माला श्रीवास्तव कर रही है भारत पहुँचे तीर्थयात्रियों में तमिलनाडु, केरल,दिल्ली,सिंगापुर, हैदराबाद, के तीर्थयात्री शामिल हैं।
भारत के विभिन्न राज्यों से तीर्थयात्रियों का जत्था 25 जून को कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए निकला था लेकिन मौसम के खराब होने की वजह से 253 तीर्थयात्रियों को सिमीकोट में रोका गया था लेकिन वहां भी अॉक्सीजन की कमी और पर्याप्त जगह ना होने की वजह से आपात स्थिति में यात्रियों के लिए 5 एयरप्लेन की व्यवस्था की गई है ताकि यात्री नेपाल के रास्ते इंडिया आकर अपने घर सुरक्षित पहुँच सकें।
डीएम माला श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली एम्बेसी से तत्काल सभी यात्रियों की सुविधा के लिए आदेश दिया गया है जिसके बाद जनपद के सभी एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट, सीआरओ, सहित दर्जनों अधिकारियों को मौके पर तैनात किया गया है। डीएम ने बताया कि अगले 5 दिनों तक तीर्थयात्रियों का जत्था नेपाल के रास्ते बहराइच आएगा जिसके लिए सभी व्यवस्था चाक चौबन्द किये गए हैं।