आकाश रंजन: वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को थोक महंगाई दर अगस्त 2021 का डाटा जारी किया है। थोक महंगाई दर अगस्त 2021 में बढ़कर 11.39 प्रतिशत हो गई है, जो जुलाई 2021 में 11.16 प्रतिशत थी। महंगाई बढ़ने का मुख्य कारण ज़रुरतमंद चीज़ों के साथ-साथ ईंधन और बिजली उत्पादन की कीमतों में उछाल को माना जा रहा है।
जानिए पूरी डिटेल्स
अगस्त 2021 में थोक महंगाई दर बढ़ने का मुख्य कारण, गैर-खाने पीने, खनिज तेल, कच्चे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, और अन्य वस्तुओं के बीच, कपड़े, रसायन और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में भारी तेज़ी को माना जा रहा है। ईंधन और बिजली की कीमतों में जुलाई में 26.02% की तुलना में अगस्त में 26.09% की बढ़ोतरी हुई है। जबकि विनिर्मित उत्पाद की कीमतें पिछले महीने में 11.20% की तुलना में 11.39% बढ़ीं।
हालांकि, खाने पीने के चीज़ों कि कीमतों में पिछले महीने के 4.46% की तुलना में अगस्त में 3.43% की कमी देखी गयी है। बता दे कि अगस्त 2021 में थोक महंगाई दर लगातार चौथे महीने दोहरे अंकों की सीमा में रही है।
क्या होती है ये थोक मूल्य सूचकांक
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आम जनता तक पहुंचने से पहले माल/वस्तु की कीमत में बदलाव को नापता है और ट्रैक करता है। वो माल जो थोक में बेचा जाता है और संस्थाओं या व्यवसायों (आम जानत के बजाय) के बीच कारोबार किया जाता है। आसान भाषा में समझे तो थोक मूल्य सूचकांक देश में महंगाई को नापने का एक तरीका है।