नितिन उपाध्याय/रवि..जानी मानी पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की गुत्थी सुलझ गयी है।गौरी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार परशुराम वाघमोरे ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।अभियुक्त वाघमोरे ने कहा कि हिन्दु धर्म की आलोचना करने वाली पत्रकार गौरी को मैंने ही मौत के घाट उतारा था।इस मामले की तहकीकात कर रही टीम को कुछ और सुराग भी हाथ लगे है।जांच टीम ने बताया कि गौरी की हत्या करने वाले गिरोह के निशाने पर देश की 26 और हिन्दु विरोधी शख्सियतें है।
पुलिस के अनुसार पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या करने वाले परशराम वाघमोरे ने 10 मिनट के अंदर ही हमारी गाड़ी में बैठते ही अपना अपराध स्वीकार कर लिया था।5 सितंबर 2017 को उसने ही पत्रकार गौरी लंकेश को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था।इतना ही नहीं वाघमोरे ने बताया कि उसे यकीन भी था कि एक ना एक दिन वह पकड़ा जरूर जायेगा वह ज्यादा दिनों तक पुलिस की आँखों में धूल नहीं झोंक सकता है।
इस मामले की जांच कर रही टीम के सामने यह तथ्य भी सामने आया है कि पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या करने के लिए एक साजिश रची गयी थी। इस वारदात को अंजाम देने के लिए कई लोगों की टीम शामिल थी।आरोपी वाघमोरे ने बताया कि सबसे पहले इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश 4 सितंबर को की गयी थी।लेकिन प्रयास सफल नहीं हो सका और फिर 5 सितंबर को पत्रकार वाघमोरे को मौत के घाट उतारकर इस प्रयास को सफल बनाया।वाघमोरे ने कहा कि हमारा नेटवर्क 5 राज्यों में और सक्रिय है।जो भी हिन्दु विरोधी बातें करेगा उसे हम मौत के घाट उतार देंगे।जैसे जैसे गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच आगे बढ़ रही थी वैसे वैसे जांच में एक के बाद एक खुलासे हो रहे है।