दिवाकर श्रीवास्तव
एक तरफ पत्नी से प्यार का पागलपन तो दूसरी तरफ उसी की मौत के पीछे पड़ जाना। मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर का है जहां एक सिरफिरे पति ने पत्नी की विदाई न किये जाने पर ससुराल के सात सदस्यों को पेट्रोल डालकर जिंदा जला डाला जिसमे उसकी पत्नी व बच्चा भी शामिल था लेकिन गनीमत रही कि किसी की मौत तो नही हुई पर बच्चे को छोड़कर सभी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं.
हरदोई के रहने वाले मुकेश की शादी कानपुर के जूही थाना क्षेत्र के बीबी का हाता में रहने वाली मनीषा से तीन वर्ष पूर्व शादी हुई थी. शादी के बाद दोनों के आंगन में एक बेटे ने जन्म लिया लेकिन मनीषा अधिकतर अपने मायके में रहने की जिद करती रहती थी. कुछ इसी तरह से दिल दहला देने वाली इस वारदात के समय भी हुआ. जब मनीषा अपने मायके में थी और मुकेश मनीषा को लेने आया हुआ था लेकिन मनीषा ने जाने से मना कर दिया।
जिसमे मनीषा के मायके वालों ने भी सहयोग किया। जिस बात से निराश हुए मुकेश ने मन मे सभी की मौत किये जाने की ठान लिया और देर शाम होते ही पास के ही पेट्रोल पंप से पंद्रह लीटर पेट्रोल लेकर ससुराल पहुंचा जहां पहले तो उसने धमकी दी पर ससुराल के लोगों ने घर का दरवाजा बंद कर लिया लेकिन मुकेश अपने मकसद को पूरा करने के लिए घर की छत में चढ़ गया और पूरा का पूरा पेट्रोल डालकर माचिस की तीली से आग लगा दी जिसके जलते ही ससुराल के सदस्य जिंदा जलने लगे चीख पुकार सुनते ही पास पड़ोस के लोगों की आंख खुली तो लोग सभी को बचाने के लिए दौड़ पड़े जिनकी मदद से सभी को बचाया जा सका. वहीं सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची जूही थाने की पुलिस ने एम्बुलेंस को बुलाकर आग से जले लोगों को ज़िला अस्पताल पहुंचाया जहां मासूम बच्चे को छोड़कर सभी की हालत नाजुक बताई जा रही है.