25 साल से लंबित केन-बेतवा समझौता योगी सरकार में आकर पूरा हुआ।यह समझौता उत्तरप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के कार्यकाल से शुरू हुआ था। जो अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के उपस्थिति में समझौता हुआ जिसका ओएमयू जल्द हस्ताक्षर होगा। इसकी जानकारी देते हुए प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि योगी सरकार की ये बहुत बड़ी उपलब्धि है जो केन बेतवा समझौता अब आ के पूरा हो रहा है। धर्मपाल सिंह ने कहा कि केन बेतवा नदी का पानी 75% पानी मध्य प्रदेश 22% पानी उत्तर प्रदेश को मिलेगा जबकि 3% पानी रिजर्व रखा जाएगा।
यही नहीं सिंचाई मंत्री ने कहा कि प्रदेश की विलुप्त हो रही नदियों को भी जलमग्न करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है जिसमें 8 पौराणिक नदियों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि फैजाबाद की तमसा नदी प्रतापगढ़ की सई नदी बस्ती की मनोरमा नदी गोरखपुर की रावी नदी लखनऊ सुल्तानपुर जौनपुर की गोमती नदी वाराणसी की वरुणा नदी बरेली की आवी नदी और बदायूँ की शोंक नदी को जल्द जलमग्न किया जाएगा।यह नदियां है धार्मिक रूप से ऐतिहासिक मानी जाती हैं लेकिन यह नदियां पानी के अभाव में विलुप्त हो रही थी जिनका जीर्णोद्धार प्रदेश सरकार शुरू करने जा रही है।
सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह आज फैजाबाद पहुंचकर बाढ़ से पूर्व तैयारी बैठक की समीक्षा कर रहे थे। बाढ़ को लेकर धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ को लेकर सभी तैयारियां जल्द से जल्द पूरी कर ली जाए।
गौरतलब है कि केन नदी जबलपुर के पास कैमूर की पहाड़ियों से निकलकर 427 किमी उत्तर की ओर बहने के बाद बांदा जिले में यमुना नदी में जाकर गिरती है। वहीं बेतवा नदी मध्य प्रदेश के रायसेन जिले से निकलकर 576 किमी बहने के बाद उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में यमुना में मिलती है।
माना जाता है कि केन-बेतवा लिंक परियोजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उत्सुक हैं। अधिकारियों के बीच एमओयू की शर्तों के बाद माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच जल्द ही एमओयू हो सकता है। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी कई बार परियोजना का काम जल्द से जल्द शुरू करने की घोषणा कर चुके हैं।
दूसरे चरण की पर्यावरण स्वीकृति बाकी
केन-बेतवा लिंक परियोजना में फिलहाल केंद्रीय हाईपॉवर कमेटी से वाइल्ड लाइफ स्वीकृति नहीं मिली है, वहीं परियोजना के दूसरे चरण के लिए भी पर्यावरणीय स्वीकृति मिलना बाकी है।
क्या है केन-बेतवा लिंक परियोजना
केन नदी से बेतवा में पानी ले जाने के लिए 231 किमी लंबी नहर बनेगी और दोनों नदियों को लिंक किया जाएगा।जिससे म.प्र.और उ.प्र. की 7 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित किया जा सकेगा। इस परियोजना में 30 हजार करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा। परियोजना में पन्ना टाइगर रिजर्व के पास डोढन पर बड़ा बांध भी बनाया जाएगा। इस परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र की प्यास बुझाने का लक्ष्य भी रखा गया है।