सीतापुर। चोरी ऊपर से सीनाजोरी यह कहावत इस समय सीतापुर के एक बिल्डर और पत्रकारों के बीच चल रही जंग में चरितार्थ हो रही है। केशव ग्रीन सिटी में घोर अनियमितता के बावजूद अपनी पैसों के ताकत से उसका मालिक लगातार पत्रकारों के खि़लाफ साजिश रच रहा है।वहीं सीतापुर प्रशासन ने अभी तक केशव ग्रीन सिटी की अनियमितता की जाँच के बजाय उसका साथ दे रहा है। केशव ग्रीन सिटी में एनजीटी और वायोडायवर्सिटी के कानूनों का घोर उनंलंघन हो रहा है आप केशव ग्रीन सिटी में नदी की जमीन पर हुआ निर्माण कार्य इस तस्वीर में देख सकते हैं कि किस तरह नदी के किनारे कालोली अवैध तरीके से विस्तारित हो रही है।
भू-माफिया द्वारा पत्रकारों के विरूद्ध फर्जी मुकदमा दर्ज कराने के सम्बन्ध में बुधवार को जनपद के पत्रकारों व पत्रकार संघ द्वारा मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को सौंपा गया। जिसमें उन्होंने कहा कि पत्रकारों की खबर व जिला प्रशासन की कार्यवाही से बचने के लिए भू-माफिया मुकेश अग्रवाल द्वारा फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर ज्ञापन दिया जा रहा है। जिस सम्बन्ध में काठोर कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।
दिए गए पत्र में कहा गया है कि दो मान्यता प्राप्त पत्रकारों और एक पत्रकार जो कि टीवी पत्रकार है और इनके द्वारा सीतापुर में मुकेश अग्रवाल व रजिस्ट्रार आफिस के कर्मचारी अतुल श्रीवास्तव द्वारा कई वर्षों से विकसित हो रही केशव ग्रीन सिटी कॉलोनी जो कि सभी मानको के विपरीत बन रही है। नदी के पास के सभी गाटा संख्या को भी बेच दिया गया है और विनियमित क्षेत्र में कामर्शियल नक्शे पास करके आवास बनाकर बेचा जा रहा है। साथ ही बिजली की हाई-वोल्टेज लाइन के नीचे बच्चों के पार्क और मकान बनाकर बेचे गये। ऐसे तमाम नियमों कानूनों को दरकिनार करते हुए इन कॉलोनी के मालिकों द्वारा धडल्ले से बवैध तरीके से कॉलोनी का विकास किया जा रहा है। जिसकी खबर इन पत्रकारों द्वारा अपने टीवी चैनल पर प्रमुखता से दिखाई थी, जिसके बाद सीतापुर जिलाधिकारी द्वारा मामले की जांच के आदेश दे दिए गए थे और विभागों द्वारा लगातार नोटिस की कार्यवाहीं की जा रही थी। उन्होंने कहा कि खबर के असर के बाद जब 3 जुलाई 2019 को अन्य पत्रकार इन्द्रपाल सिंह जब केशव ग्रीन सिटी की अपनी खबर बनाने पहुंचे, तो उन्हें केशव ग्रीन सिटी के मालिक मुकेश अग्रवाल ने बंधक बना लिया और भददी-भद्दी गालियां उस पत्रकार सहित सुधांशु पुरी व हिमांशु पुरी जो कि टीवी पत्रकार है, उन्हें भी कॉलोनी के मालिक ने भद्दी भद्दी गालियां दी। यहीं नहीं सीतापुर के समस्त पत्रकारों को भी अपशब्द कहे और गालियां दी, लेकिन उस बंधक बने पत्रकार ने अपने खूफिया कैमरे में यह पूरी वारदात कैद कर ली और पुलिस के आने के बाद उसे छोड़ दिया गया, जिस पर रामकोट पुलिस द्वारा केशव ग्रीन सिटी के मालिक मुकेश अग्रवाल पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।
पत्रकारो ने कहा कि जब वीडिया की जानकारी मालिक मुकेश अग्रवाल को हुई, तो मुकेश अग्रवाल टीवी पत्रकारों के घर पर जाकर माफी मांगी, जिसका वीडियो भी मौजूद है और अगले ही दिन मुकेश अग्रवाल द्वारा अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो वायरल किया गया, जिसमें उन्होंने एक लाख रूपये मांगने का आरोप उपरोक्त पत्रकारों पर लगाया और आत्महत्या करने की धमकी दे डाली और कुछ ही देर बाद इनके ऊपर रामकोट थाने में बगैर किसी सबूत के कुल तीन पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया। उन्होंने बताया कि मुकेश अग्रवाल द्वारा पहले तो बिना प्रमाणों के आधार पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया और फिर जिला प्रशासन पर कार्यवाही से बचने के लिए अग्रवाल सभा व व्यापार मण्डल की तरफ से ज्ञापन दिलाया गया, जिसमें उपरोक्त टीवी पत्रकारों एवं सम्मानित चैनलो में कार्य कर रहे एवं मान्यता प्राप्त पत्रकारों की छवि समाज में धूमि हो रही है। उन्होंने मुकेश अग्रवाल पर कठोर कार्यवाही करने व मामले की निष्पक्ष जांच कराकर केशव ग्रीन सिटी के गाटा संख्या- 681/1, 681/6 समेत पूरे कॉलोनी की जांच कराने की मांग की।
वहीं पत्रकार एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जुनैद सानी, जिलाध्यक्ष दलविन्दर सिंह, जसविन्दर सिंह द्वारा जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को पत्र दिया गया। जिसमें उन्होंने कहा कि पत्रकारों की खबर व जिला प्रशासन की कार्यवाही से बचने के लिए भू-माफियाओं द्वारा फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर ज्ञापन दिया जा रहा है। जिस सम्बन्ध में काठोर कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने पत्रकारें के विरूद्ध दर्ज फर्जी मुकदमा वापस लिये जाने की मांग की।