सीतापुर।अवैध केशव ग्रीन सिटी कालोनी की अगर खबर बनाओगे तो दर्ज हो जाएगा फर्जी मुकदमा। ये हम नही कह रहे ये हालत है सीतापुर की। यहां जो अवैध बनी केशव ग्रीन सिटी की खबर बनाएगा उसपर बिल्डर दर्ज करवा देता है फर्जी मुकदमा। ऐसा ही वाक्य सामने आया है सीतापुर में। आपको बता दें कि यहां अवैध बनी केशव ग्रीन सिटी जो नदी को पाटकर और 1 लाख 32 हजार की हाई वोल्टेज लाइन के नीचे बच्चों के पार्क की खबर जब न्यूज़ 18 और इंडिया न्यूज और सोशल मीडिया के पत्रकार द्वारा बनाई गई तो जिले में हड़कंप मच गया।क्योंकि कोई भी पत्रकार इस कालोनी की खबर बनाने से फर्जी मुकदमे का डर बना रहता है।इन चैनलों पर खबर चलने के बाद जब जिला प्रशासन और सरकार ने कार्यवाही शुरू की गयी।वहीं 3 दिन पूर्व बिल्डर भू माफिया मुकेश अग्रवाल द्वारा पत्रकार इंदरपाल को बंधक बना लिया गया और सीतापुर के पत्रकारों को जमकर माँ बहन की गलियां दी गयी और 3 लड़कियों से फंसाने की धमकी दी गयी।पुलिस के आने के बाद उसे छोड़ा गया।जिसकी वीडियो छुपे कैमरे से यह पूरी वारदात बना ली गयी थी। जिसके बाद पत्रकार इंदरपाल ने एफआईआर तुरंत सीओ सिटी को दी ।जिसपर आज मुकदमा बंधक बनाने का दर्ज किया गया।इसी बीच भू माफिया द्वारा न्यूज़ 18 और इंडिया न्यूज़ के पत्रकारों के घर आकर हांथ जोड़कर माफी मांगी गई कि आप लोगों पर गलत आरोप लगाए।गलती हुई।जिसका वीडियो भी सामने आया है।
वहीं आज सुबह फिर दुबारा बिल्डर भू माफिया मुकेश अग्रवाल द्वारा आज सुबह एक वीडियो वायरल करके फेसबुक पर इन पत्रकारों पर आरोप लगाए गए। और धन बल पर आज रामकोट थाने में तीनों पत्रकारों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया। जबकि जिलाधिकारी ने भी बिल्डर से सबूत मांगे थे लेकिन बिल्डर के पास कोई भी सबूत नही थे।
पत्रकार करेंगे मानहानि का मुकदमा
पत्रकारों द्वारा खबर कवरेज करने और प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद कार्यवाही से बौखलाए भू माफिया द्वारा फर्जी आरोप और धनबल पर मुकदमा दर्ज कराने के बाद पत्रकारों में आक्रोश है।जल्द ये पत्रकार भू माफिया के खिलाफ मानहानि का मुकदमा हाईकोर्ट में दायर करेंगे साथ ही सरकार से केशव ग्रीन सिटी की पूरी जांच कराने की मांग करेंगे
पत्रकारों पर पहले भी दर्ज करा चुका है फर्जी मुकदमा,पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध
भू माफिया मुकेश अग्रवाल द्वारा पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा ये कोई नया काम नही है। पहले भी सपा सरकार ने 5 टीवी पत्रकारों के खिलाफ 386 का मुकदमा दर्ज कराया था जिसके बाद कोई भी पत्रकार सीतापुर का केशव ग्रीन सिटी की खबर बनाने की हिम्मत ना कर सका।आमतौर पर किसी आम आदमी की शिकायत पर संज्ञान ना लेने वाली यूपी पुलिस ने किस दबाब में पत्रकारों के खिलाफ तुरंत फर्जी मामले दर्ज कर देती है ये सीतापुर की पुलिस ही बता सकती है।जबकि पुलिस यह जानती है कि कल रात को ही भू माफिया पत्रकार के घर जाकर हाथजोड़कर माफी माँग रहा था औऱ डीएम के सामने भी माफी मांगने की बात कह रहा था जिसका वीडयो भी आप देख सकते हैं और ये सीतापुर पुलिस के संज्ञान में भी है। वहीं NGT, RERA Pollution board के नियमों को ताकपर रखकर काम करने वाला मुकेश अग्रवाल पर किसी विभाग या पुलिस द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की गई।+