राष्ट्रीय शिक्षा दिवस स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनाने के लिए 2008 से हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। उन्होंने देश की शिक्षा प्रणाली को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके कार्यकाल के दौरान, यूजीसी, एआईसीटीई, खड़गपुर उच्च शिक्षा संस्थान, विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग और माध्यमिक शिक्षा आयोग की स्थापना की गई। मौलाना अबुल कलाम आजाद ने जामिया मिलिया इस्लामिया और आईआईटी खड़गपुर जैसे शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना में भी योगदान दिया।
कई नेताओं ने देश में एक मजबूत शिक्षा प्रणाली की नींव बनाने में आजाद के योगदान को याद किया।
देश के पहले शिक्षा मंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है, ‘मौलाना अबुल कलाम आजाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। एक पथप्रदर्शक विचारक और बुद्धिजीवी, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका प्रेरणादायक है। वह शिक्षा क्षेत्र के प्रति जुनूनी थे और समाज में भाईचारे को आगे बढ़ाने के लिए काम करते थे।
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने ट्वीट किया, स्वतंत्रता सेनानी और विद्वान #MaulanaAbulKalamAzad को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि जिसे #NationalEducationDay के रूप में भी मनाया जाता है। स्वतंत्र भारत में एक मजबूत शिक्षा प्रणाली की नींव रखने में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
कांग्रेस की छात्र शाखा, NSUI ने ट्वीट किया, भारत के पहले शिक्षा मंत्री #MaulanaAbulKalamAzad को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। देश के समग्र विकास के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करता हैं।