योगी सरकार की एन्टी भू-माफिया टास्क फोर्स द्वारा लगातार पिछले 4 सालों से भू-माफियाओं पर कार्यवाई की जा रही है . अब उत्तर प्रदेश में 4 हजार से ज्यादा लोगों पर जमीनों पर कब्जे को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। 2200 से ज्यादा भू-माफिया की पहचान की गई है . कई भू-माफियाओं पर NSA भी लगाया गया है। भू माफियाओं पर जुर्माना लगाकर वसूली भी जा रही है। इसी सिलसिले में गोण्डा में भी एक बड़ी कार्रवाई की गई है।
यहां स्टाम्प घोटले में दर्जनों शिकायतों व मीडिया में खबरें आने के बाद गोण्डा जिला प्रशासन ने भू-माफिया के खिलाफ एक्शन लिया है। सहायक महानिरीक्षक निबंधन कार्यालय ने फ़र्ज़ी तरीके से जमीन का बैनामा कर स्टाम्प चोरी के मामले में भू-माफिया पर करीब 49 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अब प्रशासन जुर्माना वसूलने की तैयारी में जुट गया है। गोण्डा शहर के अंदर गाटा संख्या 387 जमीन का है। इस जमीन के दो भू-खण्डों को भू-माफिया तौफीक व खलील द्वारा कृषि भूमि दिखाकर बैनामा लिया गया और स्टाम्प की चोरी की गई। स्टाम्प घोटाले की शिकायत के बाद उपनिबंधक द्वारा गाटा संख्या 387 की जमीन की दो भू-खण्डों की मौके पर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उपनिबन्धक ने पाया कि भू- माफिया तौफीक व खलील ने एक भूखण्ड जिसका माप पॉइंट 186 हेक्टर है इस पर 24 लाख 52 हजार 340 रुपये की स्टाम्प चोरी की है .
साथ ही इन दोनों द्वारा दूसरे भू खण्ड जिसका माप भी पॉइंट 186 है इस पर 24 लाख 8 हजार 240 रुपये की स्टाम्प चोरी की गई। जांच में स्टाम्प चोरी की शिकायत सही पाए जाने पर आईजी स्टाम्प ने भू-माफियाओं पर 48 लाख 60 हजार 580 रुपये का जुर्माना लगाया है। लेकिन अभी भी जिले के प्रशासनिक अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे है। इन अधिकारियों को भू माफियाओ के ऊपरी पहुँच से डर लग रहा है।