नई दिल्ली। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 तक पूरी दुनियां में को-लिविंग एवं को-वर्किंग का व्यापार एक लाख करोड़ रुपए तक होने का अनुमान है। ऐसे में महराजगंज जिले के मूल निवासी आदर्श राव गोरखपुर में को-लिविंग सुविधा को लांच करने जा रहे हैं। व्हाइट विलेज कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमटेड (यारियां डॉट कॉम) कंपनी के सहसंस्थापक व सीईओ आदर्श राव का कहना है कि पिछले सालों में देश में को-लिविंग का दायरा काफी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में हम सबसे पहले गोरखपुर में को-लिविंग स्पेस उपलब्ध कराएंगे, उसके बाद पूरे देश में को-लिविंग स्पेस उपलब्ध कराएंगे।
गौरतलब है, गोरखपुर में हर साल हजारों की संख्या में छात्र पढ़ाई के लिए अन्य तमाम जिलों से आते हैं। यहां तक की पड़ोसी राज्य बिहार के भी कुछ जिलों से छात्र यहां आते हैं। लेकिन उन्हें यह रहने और खाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ जाती है। वहीं जो छात्र कमरे लेकर रहते हैं, उनका खर्च भी अधिक होता है, अगर कमरा सस्ता हुआ तो जगह ऐसी कि वहां रहना दूभर हो जाए। ऐसे में को-लिविंग के जरिए आदर्श उन छात्रों को बजट में ही बढ़िया सुविधा देना चाहते हैं, जिससे वो यहां आराम से पढ़ सकें और बुलंदियों को छू सकें।
इस लिहाज से देखा जाए तो को-लिविंग छात्रों के लिए वरदान साबित होगा। को-लिविंग के तहत छात्रों को ठहरने के लिए कमरे एवं भोजन की उत्तम व्यवस्था होगी। ऐसा कहना है आदर्श राव का। उन्होंने बताया कि यह सुविधा 5500 रुपए से लेकर 8500 रुपए के बीच होगी। जिसमें छात्रों को वाई-फाई, वॉशिंग मशीन, टीवी, फ्रीज, व्यायामशाला, पार्किंग के लिए जगह इत्यादि सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
आदर्श ने कहा कि इन दिनों औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर गोरखपुर विकास की ओर अग्रसर है। यहां ऑफिस में काम करने वालों की संख्या भी बढ़ रही है, जोकि यहां की स्थाई निवासी नहीं है। ऐसे में उनके लिए भी को-लिविंग सुविधा काफी लाभदायक होगी।