नई दिल्ली 13 दिसंबर 2018 – रंगा बदूक ट्रस्ट, बंगलुरु ऐमचूर थिएटर टीम ने “जनक जाते जानकी” नामक नाटक के द्वारा इस कला को प्रस्तुत करते हुए कला के क्षेत्र मे एक साथ 3 रिकॉर्ड कायम करके इतिहास रचा यह नाटक वाल्मिकी रामायण पे आधारित है। “जनक जाते जानकी”पुर्षोत्तम पर्व से प्रेरित है। “जनक जाते जानकी” कला का प्रदर्शन रविंदर कला क्षेत्र जे . सि रोड , बेंगलुरु मे किया। यह नाटक सम्पूर्ण वाल्मिकी पे आधारति “पुरषोत्तम पर्व” नाटक के रूप मे डॉ. एस.एल. एन स्वामी द्वारा लिखा गया है।
हेलन मैसोर द्वारा एक से ज्य्दा किरदार निभाए गये।
सीता पे आधारित पहला नाटक
अब तक का सबसे लॉन्गेस्ट प्ले जो महिला द्वारा किया गया
2 घंटे 45 मिनट मे 111 किरदार एक ही नाटक मे निभाए गए है। यह नाटक एक महिला द्वारा किया गया है 111 पात्रों को एक ही महिला द्वारा अकेले ही निभाया गया है और सीता की सम्पूर्ण कहानी को दर्शया गया है। स्टेज नाटक से पहली बार रामायण को सीता कि दर्ष्टिकोण से देखा गया है। हम आज भी पुरुष प्रधान देश मे रहते हैं जहाँ औरतों को आज भी कम समझा जाता है। पर महिलाओं ने फिर भी इस आशाहीन मिट्टी पे अपना नाम बना ही लिया है। मर्दानी , क्वीन , मेर्री कॉम , सिमरन जैसे हिट फिल्मे दी और साबित किया की फिल्में महिलाओं से भी चल सकती हैं।