माघ मेले के दूसरे महत्वपूर्ण स्नान पर्व पौषपूर्णिमा पर आज लाखों श्रद्धालुओं ने संगम सहित गंगा और यमुना के विभिन्न घाटों पर डुबकी लगाई। माघ मेले में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से ही माघ स्नान तथा कल्पवास आरंभ हो जाता है. इस दौरान श्रद्धालु संगम की रेती पर माह भर तक साधनारत होकर कल्पवास करेंगे।
पूर्णिमा तिथि का संचरण 27 जनवरी की रात में 12.32 बजे से आरंभ होकर 28 जनवरी की रात में 12.32 बजे तक रहेगा।