*महाराष्ट्र सरकार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री प्राजक्त तनपुरे ने किया दिल्ली के सरकारी स्कूलों का दौरा, समझा दिल्ली का एजुकेशन मॉडल
*शिक्षा के नवाचारों को समझने के लिए अब विदेश जाने की नहीं है जरुरत, दिल्ली के सरकारी स्कूलों से सीखा कैसे दी जा सकती है बच्चों को वर्ल्ड-क्लास एजुकेशन: मिनिस्टर ऑफ़ हायर एजुकेशन, प्राजक्त तनपुरे
*दिल्ली सरकार के स्कूलों में शुरू किए गए देशभक्ति करिकुलम व स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस के मॉडल से भी वाकिफ हुए महाराष्ट्र के राज्य मंत्री प्राजक्त तनपुरे
*महाराष्ट्र के राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे ने कहा- दिल्ली के एजुकेशन मॉडल को पूरे महाराष्ट्र में अपनाएंगे, दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा- हम महाराष्ट्र सरकार की मदद के लिए तैयार, एक-दूसरे से सीख कर बना सकते है देश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर
महाराष्ट्र सरकार में मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट, हायर एजुकेशन, प्राजक्त तनपुरे ने दिल्ली के एजुकेशन मॉडल को समझने के लिए उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया के साथ मंगलवार को दिल्ली सरकार के 2 स्कूलों सर्वोदय बाल विद्यालय, वेस्ट विनोद नगर व स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस खिचड़ीपुर का दौरा किया| वहां उन्होंने बच्चों से बात कर हैप्पीनेस करिकुलम के बारे में जाना| उन्होंने अपने विजिट के दौरान देशभक्ति करिकुलम और स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एजुकेशन के मॉडल को भी समझा| श्री प्राजक्त तनपुरे बिज़नेस ब्लास्टरर्स प्रोग्राम के मॉडल से काफी प्रभावित हुए व दिल्ली के सरकारी स्कूलों में तैयार हो रहे भविष्य के एंत्रप्रेन्योर्स से मिलकर उनके एंटरप्राइज को समझा|
उन्होंने कहा कि कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों से मिलकर मैं बहुत प्रभावित हुआ हूँ| हम दिल्ली के सरकारी स्कूलों के विजिट से मिली लर्निंग के माध्यम से इस एजुकेशन मॉडल को महाराष्ट्र के स्कूलों में भी अपनाएंगे| इस मौके पर उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए दिल्ली सरकार महाराष्ट्र सरकार की सहायता करने के लिए तैयार है| इस तरह एक दूसरे से सीखकर व मिलकर काम करने से देश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाया जा सकता है|
श्री प्राजक्त तनपुरे ने कहा कि दिल्ली के एजुकेशन मॉडल की पूरे भारत में चर्चा है| मैंने इस एजुकेशन मॉडल के बारे में काफी सुना इसलिए इसे समझने दिल्ली आया| मैंने दिल्ली के स्कूलों के बारे में जितना भी सुना मुझे यहाँ उससे कही ज्यादा देखने को मिला| यहाँ न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर शानदार हुआ है बल्कि बच्चों को वर्ल्ड क्लास क्वालिटी एजुकेशन भी दी जा रही है| उन्होंने कहा कि एजुकेशन के वर्ल्ड क्लास मॉडल को समझने के लिए विदेशों में जाने की जरुरत नहीं है| दिल्ली के एजुकेशन मॉडल को देखकर ही ये पता लगाया जा सकता है कि कैसे बड़े स्तर पर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को वर्ल्ड क्लास एजुकेशन दी जाती सकती है| उन्होंने कहा कि आज देश के सभी राज्यों को दिल्ली के एजुकेशन मॉडल से सीखने और उसे अपनाने की जरुरत है| दिल्ली का एजुकेशन मॉडल पूरे देश में लागू होना चाहिए|
दिल्ली के स्कूल विजिट के दौरान श्री प्राजक्त तनपुरे ने हैप्पीनेस करिकुलम के मॉडल को समझा| और दिल्ली सरकार द्वारा बच्चों में ग्रोथ माइंडसेट विकसित करने के लिए शुरू किए गए विभिन्न माइंडसेट करिकुलम की प्रशंसा की| उन्होंने स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस के मॉडल को समझा| वे स्पेशलाइज्ड डोमेन आधारित इस स्कूल को मॉडल को देख कर काफी प्रभावित हुए और कहा कि बच्चों को वर्ल्डक्लास स्पेशलाइज्ड एजुकेशन देने की दिशा में दिल्ली सरकार शानदार काम कर रही है|
श्री प्राजक्त तनपुरे ने एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के अंतर्गत दिल्ली सरकार के स्कूलों में शुरू किए गए बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के डिज़ाइन को भी समझा और सरकार द्वारा दिए गए सीडमनी से बच्चों ने जिन इंटरप्राइज की शुरुआत की है उसके बारे में प्रोजेक्ट में शामिल बच्चों से चर्चा की व उनके एंटरप्राइज मॉडल को समझा | वे बच्चों द्वारा शुरू किए विभिन्न एंटरप्राइज मॉडल से इतने ज्यादा प्रभावित हुए कि बच्चों से उनके प्रोडक्ट खरीदे|
प्राजक्त तनपुरे दिल्ली सरकार के स्कूलों के शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर को देख कर काफी प्रभावित हुए| उन्होंने विजिट के दौरान स्कूल के लैब और लाइब्रेरी का भी दौरा किया और बच्चों से बातचीत की| वे बच्चों के कम्युनिकेशन स्किल्स से काफी प्रभावित हुए| उन्होंने कहा कि “मुझे दिल्ली के एजुकेशन मॉडल से काफी कुछ सीखने को मिला है| इस लर्निंग का प्रयोग कर मैं दिल्ली के इस मॉडल को महाराष्ट्र के स्कूलों में अपनाने का प्रयास करूंगा|
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए दिल्ली सरकार महाराष्ट्र सरकार की सहायता करने के लिए तैयार है| इस तरह से मिलकर काम करने से देश की शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन लाया जा सकता है| एक दूसरे से सीखकर हम देश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव ला सकते है|