नादिर खान /महोबा। लाख प्रयासों के बावजूद भी महोबा जिले के अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नही आ रहे है । सरकारी नुमाइंदें भ्रष्टाचार में इस कदर लिप्त है कि मोटी तनख्वाह लेने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत पर पलने के लिये ज्यादा लालायित है । सरकार के भ्रष्टाचार मिटाओ के नारे को बुलन्द करते हुऐ आवेदनकर्ता ठेकेेेदार ने एंटीकरप्शन टीम की मदद ली । जिस पर कार्यवाही करते हुऐ रिश्वतखोर अवर अभियंता को एंटीकरप्शन टीम ने रंगे हाथों 6 हजार रुपये की नगदी लेते हुये उसी के कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया है। जिले में रिश्वत लेते हुुए अब तक नौ अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है ।
पीड़ित नीरज मिश्रा ने बताया कि आरईएस विभाग से दो वर्ष पूर्व बैंदों ग्राम में आंगनवाड़ी केंद्र बनाया था जिसका साढ़े तीन लाख रुपये का पेमेंट के लिये सालों से विभाग के चक्कर लगा रहा था । भवन की एमबी भरने के लिये अवर अभियंता लाखन सिंह ने 10 हजार रुपये की रिश्वत माँगी जिसपर वह पहली क़िस्त 6 हजार रुपये की रिश्वत न देने का निर्णय लेते हुये भ्रष्ट अधिकारी को सबक सिखाने का निश्चय किया और उन्होंने ने जिले में कई भृष्ट अधिकारियों को पकड़वाने वाली संस्था एंटीकरप्शन टीम की मदद ली ।
पीड़ित की शिकायत पर कार्यवाही का भरोसा दिलाते हुए एंटीकरप्शन टीम झाँसी ने उन्हें मदद का भरोसा दिया था और आज एक योजना के तहत 6 हजार रुपयों पर कैमिकल लगा दिया गया ताकि रिश्वत माँग रहे जेई को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जा सके । योजना के तहत
अवर अभियंता ने जब पीड़ित को ऑफिस पर पैसा लेने के लिये बुलाया जिस पर एन्टीकरप्शन टीम इस मामले पर अपनी नज़र बनाये हुये थी जैसे ही अवर अभियंता ने छह हजार रुपये की रिश्वत ली मामले को देख रही एंटीकरप्शन टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है । केमिकल युक्त नोट लेते ही टीम ने जब उनके हाँथ धुले तो वे लाल हो गये ।