संतोष नेगी/चमोली/ कोरोन संकट में लाॅकडाउन के चलते चमोली जनपद में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गतंब्य तक पहुॅचाया जा रहा है। रविवार को चमोली जिला प्रशासन ने कुशीनगर, यूपी के 53 मजदूरों को दो बसों से उनके गतंब्य स्थलों को भेजा गया। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कुशीनगर जिला प्रशासन से बात करके इन मजदूरों को सुरक्षित घर तक पहुॅचाने की व्यवस्था की। इन मजदूरों को 2 बसों से चमोली से हरिद्वार तक पहुॅचाने की व्यवस्था चमोली जिला प्रशासन की ओर से की गई। जबकि हरिद्वार से उनके गंतब्य स्थल तक पहुॅचाने हेतु कुशीनगर प्रशासन की ओर से व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई। ताकि मजदूरों को अपने गतंब्य तक पहुॅचने में किसी तरह की परेशानी न हो। मजदूरों की रवानगी से पहले मेडिकल जाॅच भी कराई गई। विकट परिस्थितियों में चमोली जिला प्रशासन से मिली मदद पर प्रवासी मजदूरों ने आभार व्यक्त किया। लाॅकडाउन के चलते जिले में बाहरी प्रदेशों के 1621 मजदूर घर नही जा पा रहे थे। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया द्वारा लगातार संबधित राज्यों में जिला प्रशासन से संपर्क करते हुए मजदूरों को उनके गंतब्य तक पहुॅचाने की व्यवस्था की जा रही है। अभी तक लगभग 750 मजदूरों को जिला प्रशासन उनके गतंब्य तक पहुॅचा चुका है। जबकि अन्य मजदूरों को भेजने के लिए लगातार उनके प्रशासन से सपंर्क किया जा रहा है और सहमति मिलने पर उन्हें भेजा जा रहा है। हालांकि कुछ मजदूरों को अब यहाॅ पर ही काम मिल गया है और फिलहाल वे यही रहकर काम करना भी चाहते है।
वही दूसरी ओर कोरोना महामारी की वजह से जिले में प्रवासियों की घर वापसी भी लगातार जारी है। 23 मई को 686 प्रवासी चमोली पहुॅचे। इसमें 317 प्रवासी देश के अलग अलग राज्यों से जबकि 369 उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से अपने जनपद चमोली पहुॅचे। विगत 3 मई से अब तक 17778 प्रवासियों की घर वापसी हुई है। जिसमें देश के अलग अलग राज्यों से 6084 प्रवासी तथा उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से 11694 प्रवासी शामिल है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार गौचर मेला मैदान में बनाए गए स्टेजिंग एरिया में सभी प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिंग, मेडिकल जाॅच एवं पूरा डाटा तैयार किया जा रहा है। गौचर में सभी प्रवासियों को जिला प्रशासन द्वारा भोजन कराया जा रहा है और बसों से उनके गतंब्य स्थलों तक पहुॅचाया जा रहा है।