पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग सुबह से शुरू हो गई है। यह चुनाव ममता बनर्जी के लिए सबसे ज्यादा खास है। इसी उपचुनाव के परिणाम तय करेंगे कि ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी पर बनी रहेंगी या फिर उन्हें इस पद से इस्तीफा देना होगा। यहां ममता बनर्जी के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं क्यूंकि उनके विपक्षी दाल भाजपा से उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल हैं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा भवानीपुर सीट पर पूरा दम लगा चुकी है। चुनाव प्रचार के आखिरी में इस सीट पर 80 नेताओँ को उतार दिया गया है दरअसल भाजपा संदेश देना चाहती है कि पश्चिम बंगाल में उसकी हार का यह मतलब नहीं है कि ममता बनर्जी को मोदी के विकल्प के तौर पर देखा जाए।
आपको बताते चले की यह उपचुनाव न केवल पश्चिम बंगाल की राजनीति तय करेगा, बल्कि 2024 में होने वाली आम चुनाव में भी इसकी अहम भूमिका हो सकती है। दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी ने तो बड़ी जीत हासिल की थी।लेकिन ममता बनर्जी खूद नंदीग्राम सीट से शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ हार गई थीं। इसके बावजूद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। अब मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उनका चुनकर विधानसभा पहुंचना जरूरी है।
वहीं भवानीपुर समेत पश्चिम बंगाल की तीन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। मुर्शिदाबाद जिले की समसेरगंज और जंगीपुर सीट पर भी वोट डाले जा रहा हैं। भवानीपुर सीट पर सुरक्षा के खास तोर पर इंतजाम किया गया हैं। यहां 97 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं और केंद्रीय बलों की 15 कंपनयों को तैनात किया गया है। साथ ही बूथ के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी गई है।
वहीं समसेरगंज में चुनाव शुरू होने से पहले बम फेंके जाने के मामले में टीएमसी नेता अनारुल हक को गिरफ्तार कर लिया है। 9 बजे तक भवानीपुर सीट पर 8 फीसदी वोटिंग हुई है।
भाजपा प्रत्याशी ने लगाया बूथ कैप्चरिंग का आरोप
भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल ने टीएमसी विधायक मदन मित्रा पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष मतदान होने बहुत जरूरी हैं। राज्य सरकार इस समय डरी हुई है इसलिए वह उपचुनाव जीतने के लिए कोई भी हथकंडा इस्तेमाल कर सकती है।