बहराइच:शुक्रवार को कैलाश मानसरोवर से दर्शन कर सिमीकोट में अत्यधिक बारिश की वजह से फंसे 388 तीर्थयात्रियों को सेना के जहाज से सिमीकोट एयरपोर्ट से सुर्खेत व रांझा एयरपोर्ट लाया गया। इनमें से 276 यात्रियों को भारत की सीमा पर पहुंचाया गया। इन यात्रियों में तमिलनाडु, हैदराबाद, दिल्ली, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों के तीर्थयात्री शामिल हैं।
कैलाश मान सरोवर की यात्रा कर नेपाल के सिमीकोट में दर्शन के लिए पहुंचा तीर्थयात्रियों का जत्था कई दिनों तक मुसलाधार बारिश के चलते फंसा हुआ है। शुक्रवार को 388 मानसरोवर यात्रियों को सिमीकोट से नेपाल के रांझा व सुर्खेत एयरपोर्ट पर सेना के जहाज से लाया गया। यहां से यात्रियों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था बहराइच डीएम माला श्रीवास्तव के निर्देश पर की गई थी।
नेपाल पहुंचे यात्रियों में से 276 लोग भारत-नेपाल सीमा स्थित रूपइडीहा बार्डर पहुंचे। मौके पर मौजूद एडीएम राम सुरेश, तहसीलदार धनश्याम, डीएसओ राकेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। गुरूवार को भी सिमीकोट में फंसे 329 तीर्थयात्रियों को सेना के जहाज से नेपालगंज लाया गया था।
भारत पहुंचे तीर्थ यात्रियों में झारखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र, अांध्र प्रदेश, वेस्ट बंगाल, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तराखंड, तेलंगाना, छत्तीसगढ, तमिलनाडु, केरल, चेन्नइ, दिल्ली, हैदराबाद, के तीर्थयात्री शामिल रहें। डीएम ने रूपईडीहा (भारत-नेपाल बार्डर) पर पहुंचने वाले यात्रियों को सुरक्षा, सुविधा, राहत एवं खानपान तथा सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाए जाने के उद्देश्य से अधिकारियों की तैनाती की है।