श्यामलाल शुक्ल/ मसकनवा गोंडा:-थाना छपिया क्षेत्र के तिरुखा बुजुर्ग निवासिनी रमपता पत्नी धनेश्वर ने जिला मजिस्ट्रेट गोंडा को पत्र लिखकर 15 माह पूर्व हुई आकस्मिक मौत को गांव के ही कुछ दबंग विपक्षियों द्वारा प्रताड़ना से आत्महत्या सिद्ध करने के प्रयास का आरोप लगाया है।
रमपता पत्नी धनेश्वर निवासी तिरुखा बुजुर्ग थाना छपिया ने जिला मजिस्ट्रेट गोंडा को दिये गये पत्र मे अवगत कराया है कि वह दलित जाति की गरीब महिला है ।20 जनवरी 2017 को उसकी सास दर्शना देवी 60 वर्ष की छप्पर मे अज्ञात कारणों से लगी आग के चलते मौत हो गयी थी।रमपता का कहना है कि घटना सुबह के समय की थी वो खेत मे काम करने गयी थी।उसने बताया कि वो सुबह खेत जाने से पहले सास को चाय आदि देकर गयी थी। रमपता ने आरोप लगाया है कि गांव के ही कुछ लोग बदनाम करने की नीयत से उसकी सास दर्शना देवी की आकस्मिक मृत्यु को बहू के प्रताड़ना से सास की आत्महत्या दिखवाने का षड्यंत्र रच रहे है।उसका कहना है कि उसकी सास एक पैर से कमजोर भी थी।
रमपता ने अपनी सास दर्शना देवी की मृत्यु की निष्पक्ष जांच कराने,आकस्मिक मृत्यु को आत्महत्या बनाने का षड्यंत्र करने वाले नायब तहसीलदार मनकापुर की भूमिका की जांच कराने,मृतका दर्शना देवी का सरकारी किसान बीमा योजना समय से न भेजने वाले लेखपाल,अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
तहसील परिसर पर ही होगा आमरण अनशन
प्रार्थनी ने बताया कि मांगे न मानी जाने पर तहसील मनकापुर मुख्यालय पर ही धरना करूंगी।
उपजिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
उपजिलाधिकारी मनकापुर बीके प्रसाद ने बताया कि मामला संज्ञान मे है तथा मामले का निष्पक्ष जांच हेतु तहसीलदार मनकापुर से एक सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट मांगी गयी है। वहीं इस बारे मे नायब तहसीलदार मदनमोहन गुप्ता ने बताया की एसडीएम मनकापुर के आदेश पर मामले की जांच की जायेगी।मामले की जांच पूरी तरह निष्पक्ष होगी।