*- नगर निगम डेढ़-दो साल से न तो वेतन दे रहा था और न ही अनुबंध का नवीनीकरण कर रहा था- दुर्गेश पाठक*
*- घर में राशन तक की दिक्कत हो रही थी लेकिन भाजपा के लोगों को हमारी परेशानियां दिखाई नहीं दी- मनोज वत्स*
*- दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था और अनुबंध शिक्षकों के परिवार की समस्या को ध्यान में रखते हुए अरविंद केजरीवाल ने हमारे अनुबंध का नवीनीकरण किया और तनख्वाह के लिए फंड जारी किया- मनोज वत्स*
दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पढ़ाने वाले गेस्ट टीचरों ने अपने अनुबंध के नवीनीकरण और वेतन जारी करने के लिए दिल्ली सरकार का दिल से धन्यवाद किया है। अपने प्रति भाजपा कि निगम के बर्ताव को याद कर सभी भावुक हो गए। उनका कहना है कि भाजपा शासित एमसीडी ने उन्हें डेढ़-दो साल से वेतन नहीं दिया है और अब नवीनीकरण से भी इनकार कर दिया। इसी बीच वह लोग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मिले जिसके बाद दिल्ली सरकार ने अपने फंड से सभी गेस्ट टीचरों का वेतन जारी किया।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने रविवार को बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि हमने आपको बताया था कि कएमसीडी की सत्ता में बैठी भाजपा ने किस प्रकार लगभग 700 गेस्ट टीचर के अनुबंध का नवीनीकरण करने से इनकार कर दिय। लगभग डेढ़ 2 साल से सभी गेस्ट टीचर बिना वेतन के काम कर रहे थे। पहले तो भाजपा ने उन्हें वेतन नहीं दिया और नवीनीकरण की बात पड़ने पर यह कह दिया कि अब हमें आपकी जरूरत नहीं है। सोचिए जिसे इतने लंबे वक्त से वेतन न मिला हो और अचानक उसे बेरोजगार कर दिया जाए तो उसके परिवार पर क्या गुजरेगी। उसका परिवार कैसे चलेगा। वह अपने परिवार को, अपने बीवी-बच्चों को क्या खिलाएगा। लेकिन क्रूर भाजपा को यह समझ नहीं आएगा।
उन्होंने कहा, वह लोग भाजपा के मेयर और नेताओं के पास अपनी परेशानी लेकर पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। वह लोग परेशान होकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से मिले। और अब वह सभी बेहद खुश हैं क्योंकि आम आदमी पार्टी ने न सिर्फ उनके अनुबंध का नवीनीकरण किया बल्कि अपने फंड से सभी का वेतन भी जारी किया। दिल्ली सरकार के सहयोग से खुश गेस्ट टीचरों ने हमें बताया कि किस प्रकार से भाजपा की एमसीडी ने उन्हें बार-बार परेशान किया। मैं चाहूंगा कि वह लोग अपनी बात को खुद जनता के सामने रखें।
अखिल दिल्ली संविदा शिक्षक संघ के अध्यक्ष मनोज वत्स ने कहा, हम लोग लगभग 2 सालों से अपने अनुबंध के नवीनीकरण को लेकर लगातार धक्के खा रहे थे। वेतन नहीं मिलने के कारण परिवार चलाना मुश्किल हो गया था। नगर निगम में भाजपा के मेयर, नेताओं से मिले। किसी ने हमारा दर्द नहीं समझा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने हमारी समस्या को समझा। दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था और अनुबंध शिक्षकों के परिवार की समस्या को ध्यान में रखते हुए हमारे अनुबंध का नवीनीकरण किया और हमारी तनख्वाह के लिए फंड जारी किया। इसलिए मैं और मेरी टीम मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया, एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक जी, मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज जी और नेता विपक्ष विकास गोयल जी का आभार व्यक्त करते हैं।
अखिल दिल्ली संविदा शिक्षक संघ के शिक्षक प्रदीप राठी, ममता टोकस ,गीता शौकीन, पारुल यादव, नीरू पाल और सबा खान ने कहा, कोरोना के दौरान पिछले डेढ़-दो सालों से हमें वेतन नहीं मिल रहा था। एमसीडी में बैठे थे भाजपा नेताओं से हमने कई बार वेतन के लिए आग्रह किया तो हर बार उनका एक ही जवाब होता था कि आपको देने के लिए हमारे पास पैसे नहीं है।हमारा नवीनीकरण भी बार-बार डालते रहे। और आखिर में अब उन्होंने हमें लिखित नोटिस भेजा कि अब उन्हें हमारी जरूरत नहीं है। इस सब के दौरान हमारे परिवारों को बहुत कुछ सहना पड़ा है। घर में राशन तक की दिक्कत हो रही थी।
लेकिन हमारी परेशानियां भाजपा के लोगों को दिखाई नहीं दी। हम दिल्ली सरकार के आभारी हैं कि उन्होंने हमारी बात सुनते ही वेतन के लिए फंड जारी किया। मुख्यमंत्री जी की टीम ने हमें विश्वास दिलाया कि वह हर मुश्किल घड़ी में हमारे साथ खड़े हैं। हम सभी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी और उनकी टीम का दिल से धन्यवाद करते हैं।