नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि भाजपा ने तीनों नगर निगमों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। पिछले 15 दिनों से एमसीडी में एक भी आयुक्त ड्यूटी पर नहीं है। एक तरफ नगर निगम के मेयर सड़क पर बैठकर राजनीति कर रहे हैं और दूसरी तरफ तीनों नगर निगम के दोनों आयुक्त छुट्टी पर हैं, ऐसे में एमसीडी कौन चला रहा है? उन्होंने कहा कि क्या भाजपा ने मान लिया है कि विधानसभा चुनाव की तरह ही एमसीडी चुनाव में भी उनकी बुरी तरह से हार होने वाली है? आम आदमी पार्टी जानना चाहती है कि बिना मेयर और आयुक्त के तीनों एमसीडी में नया बजट और नए टैक्स कौन लगा रहा है? अगर सभी आयुक्त छुट्टी पर थे, तो बीजेपी ने वैकल्पिक अधिकारी की नियुक्ति क्यों नहीं की?
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी ने कहा कि किसी भी राज्य के विकास और रोजमर्रा के कामों में उस राज्य की नगर निगम बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। इसी प्रकार से दिल्ली में भी नगर निगम है और दिल्ली म्युनिसिपल एक्ट 1957 के तहत दिल्ली नगर निगम को बहुत सारी जिम्मेदारियां दी गई थी। दी गई जिम्मेदारियों में कुछ ऐसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी हैं, जिसके बिना हमारा रोजमर्रा का काम रुक जाता है, जैसे कि दिल्ली की साफ सफाई का काम, दिल्ली के प्राथमिक स्कूलों को चलाने का काम, सड़कों पर लाइट लगवाने का काम, पार्को के रखरखाव का काम आदि।
आतिशी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां जो नगर निगम को दी गई हैं, वह सुचारू रूप से पूरी की जा रही है या नहीं, इसको सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी किसकी है? क्या यह मेयर की जिम्मेदारी है? म्युनिसिपल कमिश्नर की जिम्मेदारी है? क्योंकि हम देख रहे हैं कि मेयर तो यह जिम्मेदारियां नहीं निभा रहे हैं। वह तो पिछले कई दिनों से अपनी राजनीति करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के घर के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर जनता सोचती है कि नेताओं का काम तो राजनीति करना होता है। नगर निगम का काम जो निगम के अधिकारी हैं, उनको चलाना होता है। परंतु यह जानकर बड़ा ही आश्चर्य होगा कि दिल्ली में जो भाजपा शासित तीनों नगर निगम है अर्थात उत्तरी दिल्ली नगर निगम, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम है, भाजपा ने तीनों निगमों को भगवान भरोसे छोड़ा हुआ है। तीनों निगमों में पिछले 15 दिन से एक भी कमिश्नर कार्य पर नहीं है। पिछले लगभग 2 हफ्ते से तीनों नगर निगम बिना विभाग प्रमुख के चल रही हैं। आतिशी ने कहा कि एक तो पहले से ही तीनों नगर निगम को मिलाकर मात्र दो ही म्युनिसिपल कमिश्नर हैं और वह भी दोनों के दोनों पिछले 15 दिन से छुट्टी पर गए हुए हैं। मेयर सड़क पर बैठे हुए हैं, कमिश्नर छुट्टी पर गए हुए और भाजपा के नगर निगम राम भरोसे चल रही है।