इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के 69वां स्थापना दिवस पर Metoo पर बोलीं मेनका गांधी

रमेश ठाकुर, नई दिल्ली :अपराध चाहें अतीत में किया गया हो या वर्तमान में, अपराध कभी धुंधला नहीं पड़ता। मैं उन महिलाओं की हिम्मत की दाद दूंगी जो वर्षों का दंश अपने भीतर समेटे जिल्लत का घूंट पीऐ बैठीं थीं। लेकिन जब उन्हें सरकार और सामाजिक स्तर पर बुराईयों से लड़ने की हिम्मत मिली तो उनकी मुहीम जनजागरण में तब्दील हो गई। ऐसी पीड़िताओं के साथ मेरी पूरी सहानुभूति और संवेदनाएं हैं। यह बयान रविवार को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने मुख्यअतिथि के तौर पर दिल्ली के कंस्टीटयूशन क्लब में आयोजित इंडियन फ़ेडरेशन ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट् के 69वें सथापना दिवस के कार्यक्रम में कहे। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति ने भी शिरकत की। उनके अलावा कई सांसद, विधायक, पूर्व पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी ने पत्रकारों की समस्याओं पर अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता फेडरेशन के उपाध्यक्ष व नामी पत्रकार हेमंत तिवारी ने की। अपने संबोधन में तिवारी ने कहा कि मौजूदा वक्त पत्रकारिता के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। पत्रकार किस कठिन समस्याओं से दो-चार होकर पत्रकारिता करता है ये सिर्फ उसे ही पता है। पत्रकारों की सुरक्षा-रक्षा के नाम पर सरकारें वायदे तो खूब करती हैं। लेकिन धरातल पर सब शून्य। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी व निरंजन ज्योति ने भी पत्रकारों पर हो रहे आए दिन हमलों को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त की। इस मौके पर मेनका गांधी ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले पांच लोगों को सम्मानित किया। पत्रकारिता में अहम भूमिका निभाने के लिए वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह को अवार्ड दिया। कार्यक्रम में देश भर के पत्रकारों ने भाग लिया।

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