नेशनल प्रदेश में कक्षा 10वीं की वार्षिक परीक्षा 18 फरवरी 2022 से और कक्षा 12वीं की वार्षिक परीक्षा 17 फरवरी 2022 से आयोजित की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने वर्ष 2022 की कक्षा 10वीं, 12वीं, 12वीं व्यावसायिक पाठ्यक्रम परीक्षा/ शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण, विद्यालय पूर्व शिक्षा में डिप्लोमा (डी.पी.एस.ई.) के परीक्षा कार्यक्रम घोषित किए हैं। सभी परीक्षाएं सुबह 10 बजे से 1 बजे के बीच आयोजित की जाएंगी। कक्षा 10वीं और 12वीं के नियमित छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं उनके विद्यालय में 12 फरवरी से 25 मार्च 2022 के बीच और स्वाध्यायी छात्रों की उन्हें आवंटित परीक्षा केंद्र पर 17 फरवरी से 20 मार्च 2022 के बीच संचालित की जाएंगी। परीक्षा कार्यक्रम मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर भी देखे जा सकते हैं।
कक्षा 10वीं की परीक्षा 18 फरवरी से 10 मार्च 2022 तक और कक्षा 12वीं की परीक्षा 17 फरवरी से 12 मार्च 2022 तक आयोजित की जाएंगी। इसी तरह शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण पत्रोपाधि परीक्षा (द्वि वर्षीय पाठ्यक्रम) के प्रथम वर्ष की परीक्षा 18 फरवरी से और द्वितीय वर्ष की 19 फरवरी से तथा विद्यालय पूर्व शिक्षा में डिप्लोमा (डी.पी.एस.ई.) (द्वि वर्षीय पाठ्यक्रम) के प्रथम वर्ष की परीक्षा 18 फरवरी 2022 से और द्वितीय वर्ष की परीक्षा 19 फरवरी 2022 से आयोजित की जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर दिया सन्देश
परीक्षा केंद्र पर सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में सुबह 8:30 बजे तक उपस्थित होना अनिवार्य होगा। परीक्षा कक्ष में 9:45 बजे के बाद किसी भी छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा प्रारंभ होने के 10 मिनट पहले छात्रों को उत्तर पुस्तिका और 5 मिनट पहले प्रश्न पत्र दिए जायेगे। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने संबद्ध सभी विद्यालयों के प्राचार्य को परीक्षार्थियों की सूचना के लिए शाला के नोटिस बोर्ड पर परीक्षा कार्यक्रम चस्पा करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कक्षा अध्यापक के द्वारा भी संबंधित कक्षा के परीक्षार्थियों को परीक्षा विषय, प्रश्न पत्र दिनांक, दिवस और समय की जानकारी दी जाएगी। नियमित, स्वाध्यायी, दृष्टिहीन, मूकबधिर (दिव्यांग) परीक्षार्थियों की परीक्षाएं समान रूप से एक ही तिथि, दिवस और समय में संपन्न की जाएगी।
स्कूल पूरी क्षमता से खोले जा चुके है
मध्य प्रदेश में कोरोना संबंधी प्रतिबंधों के हटते ही स्कूलों को फिर से पूरी क्षमता के साथ खोलने की तैयारी तेज हो गई है। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां कोरोना संबंधी सभी पाबंदियों को हटा लिया है। इस समय कक्षा पहली से 12वीं तक के स्कूल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुले हैं। उसमें भी पेरेंट्स की अनुमति के बाद ही बच्चों को स्कूल आने की अनुमति है। ज्यादातर स्कूल अब भी ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं।