तृप्ति रावत/ उत्तर प्रदेश के अंडरवर्ल्ड डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। 100 से ज्यादा मर्डर करने वाला मुन्ना को सिर्फ 34 सकेंड के अंदर मौत के घाट उतार डाला। ऐसा माना जा रहा है कि पूरी प्लानिंग के तहत बजरंगी के खात्मे की जिम्मेदारी वेस्ट यूपी के कुख्यात सुनिल राठी को दी गई। असलाह राठी के शूटर रॉबिन ने जेल तक पहुंचाए। जेल के कुछ कर्मचारियों ने इसमें मदद की। रॉबिन फिलहाल फरार है।
मुन्ना बजरंगी की हत्या को लेकर सवाल उठना शुरु हो चुका है। पुलिस की जांच में पता चला है कि बागपत जेल में काफी पहले से मुन्ना बजरंगी के कत्ल की साजिश रची जा रही थी। इसके लिए सुनील राठी और उसके गुर्गों ने पूरा इंतजाम कर लिया था। करीब एक माह पहले मुलाकात के दौरान राठी ने इसकी जानकारी अपने शूटर रॉबिन को दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार रॉबिन ही वो कड़ी है, जिसने मुन्ना बजरंगी के कत्ल के लिए दो पिस्टल जेल तक पहुंचाईं। इसके बाद इन पिस्टल को जेलकर्मियों की मदद से अंदर छिपाया गया। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो सका कि जेल में ये पिस्टल कैसे दाखिल की गईं, लेकिन कहा जा रहा है कि इसमें जेल कर्मियों ने मदद की। रॉबिन भी फरार है और उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि जेल में पति की हत्या की सूचना मिलते ही पीड़ित परिवार में कोहराम सा मच गया था। डॉन मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह अपने बच्चों के साथ उसी वक्त बागपत पहुंची और हंगामा करना शुरु कर दी थी। सीमा सिंह ने लोगों को धमकी दी थी कि शव को लेकर लखनऊ जाएंगी और मुख्यमंत्री कार्यालय पर धरना देंगी। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने सीमा सिंह को आश्वासन दिया की इस केस पर पुलिस कड़ी कर्रवाई करेगी।
अचानक पति की हत्या से पत्नी सीमा सिंह सदमे में आ गई। वहीं बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं सोशल मीडिया पर मुन्ना बजरंगी की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद वायरल हुई दो तस्वीरों ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। तस्वीरों के आधार पर कयास लगाए जा रहे हैं कि मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद भी उस पर गोलियां बरसाई गई। पहली तस्वीर में मुन्न बजरंगी के आसपास ताजा खून बिखरा हुआ है। लेकिन उसके सीने के बाएं हिस्से में गोली का कोई निशान नहीं है।
वहीं, दूसरी तस्वीर में आसपास पड़ा खून सूख गया है, लेकिन गोली लगने का एक नया निशान बाएं हिस्से में नजर आ रहा है। इस घाव में खून का रिसाव न होने से यह स्पष्ट हो रहा है कि मुन्ना बजरंगी मौत यह गोली लगने से काफी देर पहले ही हो चुकी थी।