पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है। सिद्धू ने हाल ही में अभी पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाला था। उनका पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह से विवाद चल रहा था, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया था
वहीं चरणजीत सिंह चन्नी नए मुख्यमंत्री बनाए गए थे। उधर, नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तंज कसा और ट्वीट कर लिखा की मैंने पहले ही कहा था यह टिकने वाला आदमी नहीं है और पंजाब के लिए ठीक नहीं है।” पंजाब उन पांच राज्यों में से एक हैं जहां 2022 में विधानसभा चुनाव होगा।
इसी बीच सूत्रों के मुताबिक पता चला है की सिद्धू पंजाब में नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मंत्रिमंडल बंटवारे से नाराज थे। उनसे भी सिद्धू की मतभेद चल रहे हैं। आपको बताते चले कि राज्य के बारे में सभी बड़े फैसले राहुल गांधी और सीएम चन्नी मिलकर ले रहे हैं।
हालांकि पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने सिद्धू के इस्तीफे पर किसी भी तरह की जानकारी से इंकार किया है। उनसे जब सिद्धू के इस्तीफा के बारे मे पूछा गया तो उन्होंने मीडिया से कहा कि “मेरे पास कोई सूचना नहीं है।” उन्होंने बताया कि उनको नवजोत सिंह सिद्धू पर उनको पूरा भरोसा है।
नवजोत सिहं सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा। सिद्धू ने लिखा की- “एक आदमी के चरित्र का पतन समझौते से शुरू होता है, मैं पंजाब के भविष्य और भलाई के साथ कभी समझौता नहीं कर सकता। ऐसे में, मैं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। मैं कांग्रेस के लिए काम करता रहूंगा।”
वहीं जब पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंचे और मीडिया रिपोर्टर्स जब उनसे उनकी इस यात्रा को लेकर सवाल किए तो उन्होंने अपनी यात्रा को व्यक्तिगत यात्रा कहा और कहा कि इस यात्रा का सियासत से कोई लेना देना नहीं है। उनकी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलने की संभावना है यह भी कहा जा रहा है कि वे गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं। ऐसा अनुमान लगाया जारहा है की उनके दिल्ली आने के पीछे कोई मकसद जरूर है और अमरिंदर सिंह कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।