आइये देखते हैं देश में इसी अक्टूबर महीने में और कितनी ड्रग्स पकड़ी गयी हैं। और कहा कहा पकड़ी गयी हैं। जिसकी तरफ NCB और समीर वानखेड़े का ध्यान नहीं जा रहा हैं।
1 अक्टूबर को पंजाब के गुरदासपुर में अंतराष्ट्रीय सीमा पर साढ़े 8 किलो हीरोइन बरामद किय गया। जिस पर लिखा था मेड इन पाकिस्तान।
3 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के उरी में सुरक्षाबलों ने 25-30 करोड़ की हेरोइन बरामद की।
8 अक्टूबर को मुंबई में 125 करोड़ की हीरोइन पकड़ी गयी। यह हीरोइन अफगानिस्तान के कंधार से तेल की खेप में छिपाकर लायी जा रही थी।
13 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ पुलिस ने 1 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी।
15 अक्टूबर को पाकिस्तान से आयी 34 करोड़ की हीरोइन जप्त की गयी।
20 अक्टूबर को मुंबई में राजस्थान से आई 21 करोड़ की हीरोइन जप्त की गयी। अमृतसर में पाकिस्तानी ड्रोन से 1 किलो ड्रग्स बरामद की गयी। और इसी दिन मुंबई में एक महिला से 21.70 करोड़ की हीरोइन जप्त की गयी।
21 अक्टूबर को असम से 4 और गोवा से 7 लाख की ड्रग्स को जप्त किया गया।
22 अक्टूबर को असम राइफल्स के 3 कर्मियों से 1 करोड़ की हीरोइन जप्त की गयी।
23 अक्टूबर को मिजोरम में एक व्यक्ति के पास से 6 करोड़ की हीरोइन जप्त की गयी। इसी दिन यूपी के बॉर्डर से STF ने 2.5 किलो हीरोइन को दबोचा। और इसी दिन आंध्र प्रदेश के चेन्नई से ऑस्ट्रेलिया भेजी जा रही 3 किलो ड्रग्स को जप्त किया गया। इसी दिन कोलकाता पुलिस ने 4 तस्करो को गिरफ्तार किया और उनके पास से 55 करोड़ की हीरोइन जप्त की गयी।
23 अक्टूबर को ठाकरे ने NCB प्रमुख समीर वानखेड़े को कहा, चुटकी भर गांजा लेने वाले को ड्रग्स माफिया कहते हो, सेलिब्रिटी को पकड़ कर फोटोबाजी करते हो, हमारी पुलिस ने 150 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी और चर्चा तक नहीं हुई।
24 अक्टूबर को अहमदाबाद में 25 लाख की ड्रग्स पकड़ी गयी।
अडानी के मुंद्रा पोर्ट तो याद ही होगा आपको जिसमे 21 हज़ार करोड़ की 3 हज़ार किलो ड्रग्स पकड़ा गया था। क्या इसके बाद NCB प्रमुख समीर वानखेड़े ने गौतम अडानी का कालर पकड़ा ? भगा के कोर्ट ले गई ? जेल में बंद किया गौतम अडानी को ? जवाब है नहीं।
ये सब तो रहे कुछ हेडलाइंस। इसके अलावा भी और खबरे हो सकती हैं। लेकिन सवाल हैं जब इन सभी जगह NCB प्रमुख समीर वानखेड़े को सांप कियों सूंघ जाता हैं ? यहाँ लपक के करवाई क्यों नहीं करते ? इससे भी बड़ा सवाल की देश में इतने बड़े पैमाने पर इतनी सारी ड्रग्स माँगा कौन रहा हैं ? हर महीने करोड़ो अरबो का माल उठा कौन रहा हैं ? इस बात पर चर्चा न के बराबर हो रही हैं। सवाल तो उठना चाहिए कि पुरे देश को नशे में कौन धकेल रहा हैं ? अडानी पोर्ट से दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग्स की खेप को पकड़ा गया उनसे पूछ ताछ तक नहीं की गयी। आखिर किसने अडानी पोर्ट पर 21 हज़ार करोड़ की ड्रग्स मंगाई ? किसकी मदद से आयी ? क्या इससे पहले भी आयी थी ? तब सिंघम समीर वानखेड़े कहा थे क्या कर रहे थे ?
यही सब सवालो से बचने के लिए NCB प्रमुख समीर वानखेड़े ने स्टार किड को पकड़ कर सर्कस चलाया जा रहा हैं। जबकि एनसीबी का काम ड्रग्स की इन कंसाइनमेंट्स को देश में आने से रोकना हैं, इन पर लगाम कसना हैं। लेकिन एनसीबी एक लोकल पुलिस के सिपाही की तरह काम कर रही हैं। पुलिस नशेड़ियों को पकड़ कर रीहैब में भेजती हैं न की जेल में। लेकिन यहाँ एनसीबी जैसे एक मकसद से काम कर रही हैं।
लेकिन ध्यान देने वाली बात ही कि समीर उनलोगो को टारगेट करते हैं जो नशे के चंगुल में फसे हुए हैं और उन लोगो पर नहीं जो नशे के कारोबार चलाते हैं। इतना बड़ा अधिकारी आखिर बड़ी मछली पे डोरे कभी क्यों नहीं डालता ? क्या समीर किसी प्रोपेगंडा मशीनरी से जुड़ा हैं ? सवाल तो कई हैं जो पूछी जाएंगी।