2017 में उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य के कई शहरों, रेलवे स्टेशनों, अन्य स्थानों के नाम बदले गए थे हालांकि ये सिलसिला आज भी जारी है।वहीं 2022 में होने वाली यूपी विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले राज्य सरकार ने सूबे में कई सड़कों के नाम जानी-मानी हस्तियों के नाम पर रखने का घोषणा की है।
बागपत जिले में चौधरी चरण सिंह, महेंद्र सिंह टिकैत और दादी चंद्रो तोमर के नाम पर सड़कों के नाम रखने को योगी सरकार ने मंजूरी दे दी है। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में जाट सबसे आगे हैं और चौधरी चरण सिंह और महेंद्र सिंह टिकैत से जुड़ी अगली पीढ़ी के नेता भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सड़कों का नामकरण कर भाजपा जाट वोट बैंक को भावनात्मक रूप से अपने साथ जोड़ना चाहती है।
प्रयागराज में अपना दल के संस्थापक सोने लाल पटेल के नाम पर भी सड़क का नामकरण किया गया है। बताते चलें कि सोने लाल पटेल की बेटी अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं, और उनकी पार्टी भाजपा के गंठबंधन (NDA) का हिस्सा है। इसके अलावा अगस्त में प्रयागराज में एक सड़क का नाम पूर्व बीजेपी विधायक रंग बहादुर पटेल के नाम पर किया गया था। गौरतलब है कि राज्य में कुर्मी समुदाय की 7 प्रतिशत से अधिक आबादी में इन दोनों नेताओं की काफी अहमियत है।
वहीं पिछले साल बांगरमऊ में उपचुनाव के प्रचार के दौरान, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव के पूर्व शासक महाराजा शैतान पासी के नाम पर भी सड़क का नाम रखने का ऐलान किया था।इसके अलावा यूपी के लोक निर्माण विभाग(PWD) मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने घोषणा की है राज्य में छह सड़कों के नाम यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर किया जाएगा।