गोण्डा(पंकज भारती)।आर्दश रेलवे जंक्शन की व्यवस्थाएं अक्सर फेल हो जाती हैं। इससे यात्रियों को परेशानियों का सामना कर पड़ता है।रविवार रात तीन से चार घंटे के लिए बिजली आपूर्ति ठप रही।जसके चलते पूछताछ कार्यालय,बुकिंग आफिस व यात्री में अव्यवस्था बनी रही। गोण्डा रेलवे स्टेशन पर लगातार सिस्टम फेल रहा है। कोई न कोई समस्या बनी रहती है। रविवार रात को तीन से चार घंटे पूछताछ कार्यालय, बुकिग आफिस,यात्रीं हाल के साथ स्टेशन के निकास द्वार कर तक ब्लैक आउट रहा। इससे यात्रियों के साथ रेल कर्मियों को काफी परेशानी उठानी पडी।विघुत कर्मियों को जानकारी के बाद भी हालात जस के तस बने रहे। स्टेशन पर डीसीआई विशाल श्रीवास्तव ने यात्रियों को समझाते रहे धीरे धीरे एक एक कम्प्यूटर बंद हो रहे थे।अ प एण्ड डाऊन प्लेटफार्म पर गाडिया आ रही थी यात्रीं एक अदत टिकट पाने के लिए गर्मी में बेहाल रहे। दो से तीन घंटे तक जब बिजली नहीं आयी तो पूछताछ आफिस में कम्प्यूटर बंद हो गये।
गाडियों के आवागमन की जानकारी यात्रियों को नहीं मिल पा रही थी।यात्रियों व कर्मचारियों में गाडियों के समय जानने को लेकर नोक झोक भी होती रही और डीसीआई यात्रियों को समझाते रहे और अपने मोबाईल से गाडियो के बिषय में जानकारी खर बता रहे थे।बिजली ना होने से कोच डिसप्ले बंद हो गया था जिसके चलते यात्रियों कोच के बारे में पता लगाने के अपने समिनो के साथ परिजनों के साथ आगे पीछे कोच की तलाश में फ्लेटफार्म पर दौडना पड रहा था।बिजली कब तक आयेगी जब इसकी जानकारी के लिए विघुत विभाग के फोरमैन के सीयूजी फोन पर जब फोन मिलाया गया तो उन्होने अपना सीयूजी फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा,ऐसै जिम्मेदार अधिकारी का सीयूजी फोन ना उठाने से यात्रीं के मौजूद रेलवे अधिकारी हतप्रभ रहे।फ्लेटफार्म पर अंधेरा होने की जानकारी जब मण्डल रेल प्रबंधक के पीआरओ आलोक कुमार को प्रखरण की जानकारी दी गयी तो उन्होने बताया कि फ्लेटफार्म पर बिजली ना होने की जानकारी नहीं है।आप द्वारा मिली है,पताकर अतिशीघ्र सही कराया जा रहा है।तब जाकर घंटो बाद बिजली आयी।
घैण्डा. पूछताछ केंद्र ,बुकिंग कार्यालय, यात्रीं हाल व स्टेशन के ब्प्रवेश मार्ग फर सहित जंक्शन पर अंधेरा फैला रहा। पूछताछ के लिए यात्री इधर उधर भटकते दिखे। पूछने पर बताया कि कोई सुनने वाला नहीं है। पूछताछ केंद्र पर ट्रेनों की सही लोकेशन नही मिल पा रही है। कई यात्रियों ने इस बाबत डीसीआई से भी शिकायत की है।रात्रि के समय बिजली के ठीक होने तक डीसीआई के अतिरिक्त कोई भी अधिकारी प्लेटफार्म पर मौजूद नहीं रहा।