अगर आप ठंड के मौसम में कोहरे के डर से रेल यात्रा का प्लान कैंसिल करने की तैयारी में है, तो बिल्कुल भी न करें, क्योंकि, भारतीय रेलवे ने कोहरे से निपटने को बड़ी तैयारी की है. ट्रेन कोहरे में भी अपनी रफ्तार से दौड़ेगी. उन्हें एक्सीडेंट का भी कोई खतरा नहीं होगा. इसके लिए हर रेलवे स्टेशन पर फॉग सेफ्टी डिवाइस दी गई है. बरेली जंक्शन के 82 लोको पायलट एफएसडी से लैस हो गए हैं
भारतीय रेलवे का यह डिवाइस जीपीएस टेक्नोलॉजी पर काम करता है. इस डिवाइस से ट्रेन की गति पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. कोहरे के कारण उत्तर भारत की अधिकतर ट्रेन देरी से चलती हैं या फिर रद्द हो जाती थी, लेकिन अब इससे निजात मिल जाएगी. इसके लिए ही एफएसडी लगाई जाती है. इसमें जीपीएस टेक्नोलॉजी लगाई गई है. जीपीएस से रेलवे ट्रैक का मैप, सिग्नल, स्टेशन और क्रॉसिंग की पूरी जानकारी जुड़ी हुई है.
यह डिवाइस लोको पायलट को ट्रेन चलने के दौरान क्रॉसिंग और सिग्नल की जानकारी देगा. ट्रेन चलाने के दौरान ड्राइवर को फॉग सेफ्टी डिवाइस से पता चल जाता है कि, ट्रैक पर आगे के रास्ते के बारे में पता चल जाता है, उसी के अनुसार पायलट ट्रेन की गति बढ़ाकर चलेगा.
जीपीएस से लैस एफएसडी में रेल रूट की जानकारी पहले से फीड कर दी जाती है. इसमें सिग्नल की स्थिति और कॉशन भी फीड होता है. घना कोहरा होने पर सिग्नल दिखता नहीं है. इसलिए सिग्नल आने के पांच सौ मीटर पहले ही यह डिवाइस लोको पायलट को अलर्ट कर देता है कि लाल या हरा सिग्नल आने वाला है. इसमें आवाज भी निकलती है, जो आगे सिग्नल कैसा है. यह बताती है.