
लगता है कि शिवराज सरकार मध्य प्रदेश की जनता का दिल जीतने का एक छोटा सा मौका भी गँवाना नहीं चाहती है। प्रदेश के बच्चों, युवा और बुज़ुर्ग वर्ग को कई सुखद योजनाओं की सौगात देने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार किशोरों के लिए नए कदम उठाने को लगातार काम कर रही है।
मध्य प्रदेश सरकार ने इसकी जानकारी देसी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo App ने अपने ऑफिशियल हैंडल @MPMyGov के माध्यम से दी है। सरकार ने दो अलग-अलग पोस्ट्स के माध्यम से किशोरों को लगने वाले टीके के अभूतपूर्व आँकड़ों और पढ़ाई के दौरान होने वाले मानसिक तनावों को दूर करने के लिए अनोखी योजना से जनता को अवगत कराया है।
अगर हम बात करें पहली पोस्ट की, तो इसके माध्यम से कहा गया है:
मध्य प्रदेश में 33 लाख किशोरों को लगा टीका
मध्य प्रदेश ने 19 जनवरी तक 33 लाख 60 हजार टीकाकरण कर 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग श्रेणी में लक्ष्य की दो तिहाई उपलब्धि हासिल कर ली है। गत 3 जनवरी से शुरू किशोरों के टीकाकरण कार्य में यह उपलब्धि राष्ट्रीय औसत 50 प्रतिशत की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है।
इसकेकोरोना से सुरक्षा देने के लिए नागरिकों का तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश ने 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग में 33 लाख से अधिक डोज़ लगाकर इस श्रेणी में 70 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने की उपलब्धि हासिल की है। गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण में भी मध्य प्रदेश अन्य राज्यों से आगे है।
वहीं, अन्य पोस्ट के माध्यम से किशोरों को पढ़ाई के दौरान सरकार ने परामर्श और समाधान की बेमिसाल योजना से रूबरू कराया है। इस पोस्ट के माध्यम से कहा गया है:
पढ़ाई के दौरान पाएं मानसिक परामर्श और समाधान, डायल करें टोल फ्री हेल्पलाइन
परीक्षा के समय और रिजल्ट आने के बाद मानसिक परामर्श के लिए सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक टोल फ्री ☎️ 1800 233 0175 पर कॉल कर सकते हैं।
स्वाभाविक सी बात है कि हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को कई तरह के तनावों से होकर गुजरना पड़ता है, जिस पर बहुत ही कम लोगों का ध्यान जाता है। करियर को लेकर तमाम सवाल और वर्तमान की ढेरों उलझनों के बीच किशोर गहरे तनाव का शिकार हो जाते हैं। लेकिन उनकी इस समस्या को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से सरकार ने अद्भुत पहल की है, जिसके माध्यम से उनके मानसिक तनाव को दूर करने, मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर को पेश किया है, जो निश्चित तौर पर प्रदेश के कल के युवाओं का सुनहरा भविष्य गढ़ने में खासा योगदान देगा।