प्रदेश सरकार जहां हादसे रोकने के लिए तमाम तरीके के निर्देश अधिकारियों को दे रही है वहीं दूसरी ओर पुलिस के संरक्षण में और चौकी के सामने ही ओवरलोड ट्रक के बेधड़क होकर शहर के बीचो बीच घूम रही हैं
मामला सीतापुर की रोडवेज चौकी का है जहां चौकी के ठीक सामने से ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से सीतापुर शहर में होते हुए गुजर रहे और माल गोदाम से निकल रहे हैं वही बात करें परिवहन विभाग की तो उनसे जब इस मामले में पूछा जाता है तो उनका कहना होता है कि हमारे पास स्टाफ कम है पुलिस चाहे तो उसे रोक सकती है वहीं पुलिस का यह भी कहना होता है कि यह मामला परिवहन विभाग का है अब ऐसे में सवाल यह है कि यह मामला किसका है ? यदि कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?
चौकी के ठीक सामने से ओवरलोड वाहन निकलना साफ संकेत दे रहा है कि कहीं ना कहीं चौकियों के कर्मचारियों की जानकारी में ट्रकों में ओवरलोड की जा रही है यदि चौकी के कर्मचारी चाहे तो इस मौत के ओवरलोड ट्रक को रोककर उन्हें सीज़ करके परिवहन विभाग को सूचित किया जा सकता है लेकिन असल में यह होना असंभव लग रहा है क्योंकि लगातार रोजाना ओवरलोड ट्रकों की आवाजाही जारी है और रोडवेज चौकी के ठीक 500 मीटर की दूरी पर माल गोदाम स्थित है जहां पुलिस चाहे तो उसे रोक सकती है लेकिन ऐसा होता कहीं नहीं दिख रहा है