नई दिल्ली, 20 दिसम्बर। आज कांस्टीट्यूशन क्लब, मावलंकर हाल में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय श्री अनंत कुमार की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। इस श्रद्धाजंलि सभा में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, सह-सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ डाॅ. कृष्ण गोपाल, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह, केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, जे पी नड्डा, नरेन्द्र सिंह तोमर, डॉ. हर्षवर्धन, धर्मेन्द्र प्रधान, विजय गोयल, प्रकाश जावडेकर,गजेन्द्र सिंह शेखावत, कृष्णपाल गूजर, जनरल वी के सिंह, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, सांसद प्रहलाद जोशी,रमेश बिधूड़ी, प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, मीनाक्षी लेखी एवं अन्य दलों के नेताओं ने जन-जन के प्रिय नेता श्री अनंत कुमार को श्रद्धाजंलि अर्पित की।
श्री अनंत कुमार को याद करते हुये उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि ऐसे स्फूर्तिवान व्यक्ति की मृत्यु के संबंध में विश्वास करना भी कठिन है। श्री कुमार अत्यंत बुद्धिमान, परिश्रमी व्यक्ति थे और अपने कार्य पूर्ण निष्ठा से करते थे। वह मेरे छोटे भाई के समान थे और सदैव मेरा मार्गदर्शन लेते थे। वह एक आदर्श कार्यकर्ता, आदर्श राजनीतिज्ञ, आदर्श सांसद और आदर्श मित्र थे।
श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा श्री अनंत कुमार कुशल कार्यकर्ता थे। वह हर कार्य कुशलता से करते थे चाहें वह पार्टी का कार्य हो, चाहे वह संसद का कार्य हो, वह अनंत प्रकार से अनंत कार्य करते थे और अनंत बार याद आएँगे।
लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा की अनेकों शोक सभा में जाने का अवसर मिलता है, इस समय अनंत जी की शोक सभा में जाना होगा ऐसा कभी नही सोचा था। उनकी मृत्यु का वर्णन सुनकर बहुत दुख हुआ। उनका स्वभाव श्रेष्ठ, सुंदर और महान था कि उसकी कल्पना भी करना असंभव है। एक श्रेष्ठ पुरुष को आदर भावना से नमन करता हूं।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी उम्र इतनी जल्दी जाने की नही थी परंतु नियति ने जो तय किया है उसको कोई रोक नही सकता। पार्टी के साथ उनके सम्बंध का उल्लेख करते हुए शाह ने बताया वह बाल्य उम्र से ही एबीवीपी से जुड़े हुए थे और इमरजेंसी के दौरान 40 दिनों के लिए जेल भी गए। वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के अनेको पदों पर रहे और कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की नींव उन्होंने रखी। पार्टी की विचाराधारा को उन्होंने नीचे तक पहुँचाया और लगातार 6 बार एक लोक सभा सीट से सांसद रहे, दो बार मंत्री रहे और जन प्रिय नेता थे।
उनको जो भी कार्य दिया गया वह उन्होंने कुशलता से निभाया, उनकी एक कुशल प्रशासक की छवि थी। यूरिया नीम कोटिंग का श्रेय यदि किसी को जाता है तो वह श्री अनंत कुमार हैं। आज हमारी पार्टी ने निष्ठावान कार्यकर्ता, कुशल प्रशासक, जन लोकप्रिय नेता खोया है।
सुषमा स्वाराज ने कहा कि यह ऐसी हकीकत है जिस पर यकीन नही हो रहा है। वह एक कुशल संगठक एवं कुशल प्रशासक थे। श्री अनंत कुमार को याद करते हुए उन्होंने कहा वह मुझे माँ कह कर के पुकारते थे और जब भी परेशान या उदास होते थे तो वह तुरंत मुझे फोन करके मिलने आ जाते थे। मैं अपने ऐसे बच्चे को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूँ।
रामलाल ने कहा कि किसी को भी यह भरोसा नहीं था कि अनंत कुमार इतनी जल्दी चले जाएँगे। वह हमारे प्रमुख महामन्त्री में से एक थे, उनका स्वभाव सरल और सहज था और वह सबके मित्र थे। वह केवल कर्नाटक के लिए ही नहीं बल्कि देश एवं पार्टी के लिए भी पूंजी थे और ऐसे व्यक्तित्व राष्ट्रीय की पूँजी होते हैं। हम सबने एक सहयोगी और मित्र खोया और अनेको कार्यकर्ताओं ने अपना मार्गदर्शक खोया है। उनकी कमी पार्टी को एवं सहयोगी के तौर पर हमें खलेगी।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अनंत कुमार को श्रद्धाजंलि अर्पित की।