नितिन उपाध्याय/रवि..जम्मू कश्मीर में दिन प्रतिदिन बढ़ रही आतंकी घटना, सीजफायर, सेना पर पत्थरबाजी और हिसंक घटनाओं के चलते आज भाजपा पार्टी ने पीडीपी से अपना समर्थन वापस ले लिया है।भाजपा के बड़े नेताओं की आज दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है।बीते दिनों में तो जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था।समर्थन वापसी के बाद महबूबा मुफ्ती ने अपना इस्तीफा गवर्नर को सौंप दिया है।शाम चार बजे पीडीपी की बैठक बुलाई गयी है और भाजपा के सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
भाजपा ने समर्थन वापसी की चिटठी गवर्नर को सौंपते हुए जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन की मांग की।भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि गृह मंत्रालय की रिपोर्ट, 3 साल के कामकाज और एजेंसियों से प्राप्त सूचना के आधार पर पार्टी के शीर्ष नेताओं ने यह फैसला लिया।राम माधव ने कहा कि जिन दो मुख्य मुद्दों शांति और विकास को लेकर हमने सरकार बनायी थी उनमें कोई सुधार नहीं हो सका है।जम्मू कश्मीर में दिन प्रतिदिन बिगड़ते हालातों के साथ पीडीपी के साथ गठबंधन चलाना बहुत मुश्किल हो गया है।
भाजपा के बड़े नेता राम माधव ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि जम्मू कश्मीर की सरकार विकास शान्ति और सीजफायर के मुद्दे पर पूरी तरह विफल रही है और इस सरकार के साथ आगे चल पाना असंभव हो गया था।
भाजपा और पीडीपी का अलग अलग होने के ये 10 मुख्य कारण है
- रमज़ान माह में सीज़फाॅयर के बाद भी हिंसा
- अॉपरेशन अॉलआउट पर सहयोग नहीं
- भाजपा मंत्रियों को विकास कार्यों में सहयोग नहीं
- पत्थरबाजों पर सख्ती नहीं
- सेना के अॉपरेशन पर मतभेद
- हिंसा का बढ़ना, पत्रकार की हत्या
- शांति और विकास पर कार्य नहीं करना
- आतंकवाद का बढ़ना
- महबूबा सरकार का दोहरा रवैय्या
- घाटी में हालात लगातार खराब होते रहे