हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज का विरोध लगातार जारी है। अब लोग इसके विरोध में सड़क पर भजन गाने लगे हैं। बता दें शनिवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा गुरुग्राम सेक्टर 47 में देखने को मिला। इस दौरान हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
गुरुग्राम में लगातार चौथे सप्ताह स्थानीय निवासियों के एक समूह ने शुक्रवार को सेक्टर-47 में खुले में नमाज अदा करने पर आपत्ति जताई। इस दौरान पुलिस की भारी तैनाती देखी गई। नमाज के विरोध में कम से कम 70-80 लोगों ने तख्तियां लिए हुए, नारे लगाए। इसके साथ ही प्रदर्शकारियों ने नमाज स्थल की ओर भी मार्च करने की कोशिश की। जिसे पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाकर उन्हें रोक लिया।
वहीं पुलिस ने पहले मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को टकराव से बचने के लिए सुभाष चौक की ओर से स्थल पर पहुंचने के लिए कहा था। सदर एसीपी अमन यादव ने कहा, “नमाज शांतिपूर्वक की गई। हमने दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की हैं और हम इस मुद्दे को सुलझाने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
उन लोगों ने शुक्रवार दोपहर 12.40 बजे, स्थानीय निवासी नमाज स्थल के पास एकत्र हुए और इसके बाद उन्होंने एक माइक और पोर्टेबल स्पीकर का जरिए धार्मिक गीत और भजन गाए। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक स्थानों पर नमाज नहीं रोकने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी खूब लगाई।
आपको बताते चलें सेक्टर 47 का नमाज स्थान उन 37 स्थलों की सूची में शामिल है, जहां 2018 में कई व्यवधानों की सूचना के बाद, दो समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ परामर्श के बाद प्रशासन ने खुले में नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी। अब निवासियों ने दावा किया कि वो व्यवस्था स्थायी नहीं थी और अनुमति केवल एक दिन के लिए दी गई थी।
इस जगह पर तीन साल से नमाज पढ़ने आ रहे तौफीक ने कहा कि यह केवल पिछले कुछ हफ्तों में एक मुद्दा बन गया है। कुछ लोग जो इससे राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं, इसपर हंगामा कर रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में पुलिस कमिश्नर को लिखे एक पत्र में, गुड़गांव नागरिक एकता मंच ने दावा किया कि पिछले कुछ महीनों में तीन इलाकों में नमाज स्थल को बंद कर दिए गए हैं।
पुलिस इस मामले को सुलझाने की कोशिश में लगी है। दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से बातकर प्रशासन का उद्देश्य है कि इस मामले का हल निकल जाए। हालांकि स्थानीय लोगों के इस समूह के तेवर को देखते हुए ये आसान नहीं लग रहा है।