राज कुमार शर्मा। आजकल हर खाने की चीज में हमें मिलावट देखने को मिलती है। बेशक बड़े बड़े ब्रांड अपने उत्पाद को लेकर खासे वादे करते हों, लेकिन आज के दौर में किसी भी ब्रांड पर विश्वास करना काफी मुश्किल है। जब बात सब्जियों की आती है तो इसे हम ज्यादातर आम बाजार से ही लेने जाते हैं जिसमें हमनें देखा है की कई जगह पर वे सब्जियाँ नाले या फिर गंदी जगहों पर धोकर हम तक पहुँचाई जाती हैं या फिर उन्हें जल्दी से बड़ा करने के लिए काफी खतरनाक केमिकल का प्रयोग किया जाता है। लेकिन नोएडा के सेक्टर-44 में रहने वाले सुधीन्द्र लाल कर्ण ने इन सब परेशानियों से काफी हद तक बचने के लिए अनोखा उपाय सोचा है। इन्होंने अपने घर की छत को ही सब्जियाँ उगाने के लिए तैयार कर लिया। जिसमें इन्होंने अपने घर की छत पर ईंटों से घेरा बनाकर उसमें मिट्टी दी। जिसमें इन्होंने लोकी, तरोई, सीताफल जैसी बेल वाली सब्जियाँ बो दीं। साथ ही गमलों में टमाटर,धनिया, मिर्ची जैसे पौधे भी लगा दिए , जिसमें समय-समय पर सब्जियाँ आती रहती हैं। इससे इनका रोज का काम तो नहीं चल पाता लेकिन समय-समय पर इन्हें ताजी, शुद्ध और केमिकल मुक्त सब्जियाँ खाने को मिलती हैं।
ये उपाय सिर्फ सब्जी खाने के काम ही नहीं बल्की घर की सुंदरता बढ़ाने और खुद को प्रकृति के करीब लाने का भी अच्छा साधन है।